आँखें १९६८क हिन्दी भाषाक चलचित्र अछि। एकर निर्देशन आ निर्माण रामानन्द सागर कयने छलाह। एहि चलचित्रमे धर्मेन्द्र, माला सिन्हा, महमूद, कुमकुम आ सुजीत कुमार छथि। सङ्गीत रवि द्वारा रचित छल आ गीत साहिर लुधियानवी लिखने छलाह। ई चलचित्र बॉक्स ऑफिस पर सफल रहल। एहि चलचित्रक लेल रामानन्द सागर अपन एकमात्र फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशकक पुरस्कार जितलनि।
हिन्दी द ही-मैन ऑफ सिनेमा धर्मेन्द्र बॉलीवुडक सबसँ सफल आ लोकप्रिय अभिनेतामेसँ एक छथि। ओ ७०-८०क दशकमे बहुत रास सफल चलचित्र कयलनि। एहिमे शोले, चुपके-चुपके आ धरम-वीर सन कतेको सुपरहिट फिल्म सम्मिलित अछि। एहिमेसँ एकटा अछि धर्मेन्द्रक चलचित्र आंखें, जे हुनक करियरक सबसँ चर्चित चलचित्रमेसँ एक अछि। हालक एकटा साक्षात्कारमे एहि चलचित्रक निर्माता रामानन्द सागरक पुत्र प्रेम सागर एकटा रोचक खुलासा कयलनि। ओ बतौलनि जे धर्मेन्द्रकेँ ई फिल्म कोना भेटल। साक्षात्कारमे प्रेम सागर बतौलनि जे धर्मेन्द्र ओहि समय मात्र एकटा फिल्म कयने छलाह आ हाथक आकारक कारणेँ ई फिल्म भेटल छल। “हम धर्मेन्द्रकेँ आँखिक लेल चुनलहुँ किएक तँ हुनक हाथ पैघ छल। ओहि समय जखन हम हुनका चुनलहुँ तखन ओ ओहि समय मात्र शोला आ शबनम कयने छलाह। लेकिन, ओ सभ बंदूक पकड़ि सकैत छलाह, तेँ हुनका चुनल गेल।”
की कियो कल्पना कऽ सकैत अछि जे हुनक हाथक कारणेँ हुनक चयन भेल ? ‘आंखें’ रामानन्द सागर द्वारा लिखित आ निर्देशित १९६८क जासूसी थ्रिलर फिल्म छल। फिल्मक शूटिंग विदेशी स्थानपर सेहो कयल गेल छल। ‘आंखें’ बेरूतमे शूट कयल गेल पहिल भारतीय चलचित्र छल। एहि चलचित्रमे धर्मेन्द्रक अतिरिक्त माला सिन्हा, महमूद, ललिता पवार, जीवन आ मदन पुरी छलाह। ई चलचित्र बॉक्स ऑफिस पर बहुत सफल रहल।