बिहारमे पिछला दू-तीन दिनसँ लगातार बरखा भऽ रहल अछि। संगहि भारी बरखाक कारण अधिकांश नदीक जलस्तर बढ़ि गेल अछि। एम्हर राज्यक आपदा प्रबंधन विभाग (डीएमडी) बृहस्पति दिन सभ जिला प्रशासनकेँ सतर्क रहबाक लेल कहलक अछि। डीएमडी बृहस्पतिकेँ एकटा बयान जारी कयलक। वास्तवमे डीएमडीक अपर मुख्य सचिव (एसीएस) प्रत्यय अमृत लगभग सब जिलाक संबंधित अधिकारीक संग ऑनलाइन समीक्षा बैठक कयलनि। ओ राज्यक विभिन्न स्थानपर बाढ़िक स्थितिक जानकारी लेलनि। एसीएस सम्बन्धित जिलाक अधिकारीसभकेँ सतर्क रहबाक आ जलस्तर बढ़ला पर स्थितिसँ निपटबाक लेल पूर्ण रूपसँ तैयार रहबाक निर्देश देलक।
वास्तवमे बिहारक अधिकांश नदीक जलस्तर लगातार बढ़ि रहल अछि। नदीक जलस्तरमे वृद्धिक कारणेँ नदीसभ निचला क्षेत्रकेँ घेरि रहल अछि। राज्यक जल संसाधन विभाग (डब्ल्यूआरडी)क अधिकारी लोकनि बृहस्पतिकेँ कहलनि जे राज्यमे बाढ़िक संबंधमे एखन धरि कोनो चिन्ताजनक स्थिति नहिं अछि। अधिकारी लोकनि कहलनि जे पूर्वी चम्पारण, गोपालगंज आ पश्चिम चम्पारण जिलामे गंडक आ बूढ़ी गंडक नदी या तँ खतराक स्तरसँ ऊपर बहि रहल अछि अथवा किछु ठाम खतराक निशानक समीप अछि। ओ कहलनि, “एखन धरि कोनो हताहत होयबाक सूचना नहिं अछि आ पूर्वी आ पश्चिम चम्पारण जिलाक किछु हिस्सामे निचला क्षेत्रमे रहयवला गामक लोकसभकेँ जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षित स्थानपर राखि देल गेल अछि।
पछिला किछु दिनसँ भेल बरखाक कारण राज्यमे गंडक, कोसी, गंगा, बूढ़ी गंडक, महानन्दा आ कमला नदीक जलस्तर बढ़ि गेल अछि। राज्यक गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चम्पारण, बगाहा, पूर्णिया, सुपौल, दरभंगा, खगड़िया आ झंझारपुरमे किछु ठाम नदी खतराक निशानसँ ऊपर बहि रहल अछि।
गंडक नदी पर बनल वाल्मीकिनगर बैराजमे बढ़ैत जलदाबकेँ देखैत “बृहस्पति दिन बैराजक किछु गेट खोलल गेल, जाहिसँ पानिक प्रवाह तेजीसँ शुरू भेल, जे आइ २.३३ लाख क्यूसेकक उच्चतम स्तर पर पहुँचि गेल।” तहिना कोसी बीरपुर बैराजसँ बृहस्पति दिन दुपहरिया २ बजे धरि कोसी नदी पर १.७३ लाख क्यूसेक पानि छोड़ल गेल।