बिहारक पूर्व मुख्यमंत्री आ राजद प्रमुख लालू यादव यूपीए शासनकालमे राज्यमे भेल विकास कार्यक माध्यमसँ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करैत कहलनि, “हम सभ प्रचार नहिं बल्कि जमीनी स्तर पर काज कयलहुँ।”
पूर्व रेल मंत्री लालू यादव एकटा प्रेस वक्तव्य जारी कऽ दावा कयलनि जे यूपीए १ मे दोसर सबसँ पैघ पार्टी होयबाक कारणेँ ओ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आ सोनिया गाँधीक सहयोगसँ २००४ सँ २००९ केर बीच विकास काजक लेल बिहारकेँ १ लाख ४४ करोड़ टाकाक विशेष वित्तीय सहायता दियेने छलाह। केन्द्रक सहयोगक कारण बिहारमे ग्रामीण सड़क, पुल, पुलिया, बिजली, रेलवे लाइन, मनरेगाक अन्तर्गत रोजगार, रेलवे स्टेशन आ सारण एवं मधेपुरामे रेलवे कारखानाक नेटवर्क बिछाओल गेल।
ओ कहलनि, “नीतीश कुमार यूपीए कालमे हमरासभ द्वारा देल गेल सहयोग राशिसँ अपन चेहरा खुब चमकेलनि किएक तँ हम प्रचार नहिं बल्कि जमीनी काज करैत छलौंह।”
ओ आगू सवाल कयलनि, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमारकेँ ई बताबय केर चाही जे एनडीए केर १० सालमे खाली घोषणाक अलावा बिहारकेँ की भेटल ? हम २००४ सँ २००९ केर बीच पाँच सालमे २२ सांसदक बल पर बिहारकेँ १,४४,००० करोड़ रुपयाक सहायता प्रदान कयलहुँ, मुदा ओ २०१४ मे ३१, २०१९ मे ३९ आ २०२४ मे ३० सांसदकेँ सेहो लऽ कए हाथ जोड़ि दिल्लीक सामने गिड़गिड़ा कय झोरी फैलाबैत छथि। मुदा, तखनो हुनका किछु नहिं भेटल अछि। राजधानीमे अधिकार मांगय नहिं बल्कि छीनय पड़ैत अछि।”
राजद नेता लालू यादव सारणक दरियापुर स्थित रेल व्हील प्लांटक जिक्र करैत कहलखिन कि सारणक दरियापुर स्थित रेल व्हील प्लांटमे रिकॉर्ड दू लाखसँ बेसी रेल व्हीलक उत्पादन भेल अछि।
ओ कहलनि, “हम २९ जुलाई, २००८ केँ रेल मंत्रीक रूपमे एकर आधारशिला रखलहुं। संयंत्रक निर्माण पर लगभग १६४० करोड़ टाका खर्च भेल छल। बिहारमे रेल पहियाक निर्माण भारतीय रेलवेक लेल वरदान साबित भेल। आब ‘मेड इन बिहार’ रेल पहिया भारतीय रेलवेक गति भरबामे कीर्तिमान बना कऽ देशक विकासमे महत्वपूर्ण योगदान दऽ रहल अछि।