विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर कहलनि, “पाकिस्तान संग हमरा सभक संबंध आ व्यवहार पूरक द्विपक्षीय रहत। ई सालोंसँ राष्ट्रीय सहमति अछि आ एहीमे कोनो बदलाव नहि भेल अछि। संघर्ष विरामक घोषणाक बाद भारत-पाकिस्तानक बीच डीजीएमओ स्तरक वार्ता शुरू भेल अछि। एहि वार्ता पर दुनू देशक बीच तनावक भविष्य निर्भर करैत अछि।
एहि बीच भारतक विदेश मंत्री एस. जयशंकर पाकिस्तान संग वार्तासँ संबंधित फेरसँ भारतक रूख स्पष्ट कय देलनि अछि। बृहस्पतिदिन दिल्लीमे होंडुरास दूतावासक उद्घाटनक दौरान एस. जयशंकर पाकिस्तान संग वार्ताक लेल भारतक स्थितिक पुनः स्पष्ट कय देलाह।
एस जयशंकर कहलनि जे सिंधु समझौता स्थगित रहत। पाकिस्तानसँ बातचीत आतंकवाद आ पीओके पर होयत। ओ स्पष्ट कहलनि जे पाक वार्तामे कोनो तेसर देशक दखल नहि होयत। पाकसँ मात्र पीओके आ आतंकवाद पर बात होयत। प्रधानमंत्री सेहो स्पष्ट कए देलनि अछि जे पाकिस्तानसँ बातचीत केवल आतंकवाद आ पीओके पर होयत।”
ओ आगू कहलनि कि पाकिस्तान लग आतंकवादीक एकटा सूची अछि, जेकरा सौंपल जएबाक आवश्यकता अछि। आतंकवादीक बुनियादी ढांचाकेँ बंद करब जरूरी अछि। ओ जानैत अछि की करबाक अछि ? हम हुनका संग आतंकवादक बारेमे चर्चा करबाक लेल तैयार छी। ई वार्ता सब ताहि लेल संभव अछि।
होंडुरास दूतावासक उद्घाटनक अवसर पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर कहलनि, “हमरा लेल ई बहुत नीक बात अछि जे हमरा लग होंडुरासक नव दूतावास अछि। ओ ओही देश सभमे सँ एक छथि, जे पहलगाम आतंकवादी हमलाक समय मजबूत एकजुटता व्यक्त केलनि। हम एकर सराहना करैत छी।”