हालक समयमे कृषि आ किसान कल्याण मंत्रालय खेतीक सुविधाक लेल ड्रोन प्रौद्योगिकीकेँ महत्व दऽ रहल अछि। ड्रोनकेँ किसानक लेल बेसी सुलभ बनयबाक उद्देश्यसँ “कृषि यंत्रीकरण उप-मिशन योजना” पर काज तेजीसँ चलि रहल अछि। बिहारमे सेहो हाईटेक तरीकासँ खेती कैल जा रहल अछि आ किसान सभ ड्रोनक उपयोग सेहो शुरू कऽ देने छथि। ड्रोनसँ कीटनाशक आ उर्वरकक छिड़कावक काज आसान भऽ गेल अछि। एहि कारणेँ लागत कम करबाक सङ्ग-सङ्ग किसानसभकेँ कम मेहनत करय पड़ैत अछि आ मुनाफा सेहो बढ़ि रहल अछि। ड्रोन किछु मिनटमे कतेको मजदूरक काज पूरा कऽ लैत अछि।
चाहे फसिल पर कीटनाशकक छिड़काव हो, या तरल यूरियाक उपयोग हो, ड्रोन एहि सभ काजमे सक्षम अछि। ड्रोनमे लागल कैमरासँ फसल निगरानी सेहो आसान अछि। एकर संगहि अगर कोनो पुरुष आ किसान महिला ड्रोन पायलटक प्रशिक्षण लेबय चाहैत अछि तऽ ओ लऽ सकैत अछि।
अगर अहां ड्रोनक मददसँ खेती करब तऽ सरकार अहांकेँ २५० रुपया प्रति एकड़क सब्सिडी देत।
अधिकतम १० एकड़ धरि किसान ड्रोनसँ कीटनाशकक छिड़काव लेल सरकारसँ अनुदान लऽ सकैत अछि। किसान तिलहन, दालिक सङ्ग आलू, मक्का आ गहूम पर कीटनाशकक छिड़काव कऽ सकैत छथि।
जिला कृषि अधिकारी राजेन्द्र कुमार कहैत छथि जे यदि कियो ड्रोन पायलटक रूपमे प्रशिक्षण लऽ कऽ कम्पनीमे शामिल होबय चाहैत अछि तँ आवेदकक आयु कमसँ कम १८ वर्षक होयबाक चाही। तहिना ओ पूर्णतः स्वस्थ होथि। कोनो आंखिक रोग नहिं हेबाक चाही। संगहि, दस्तावेजमे १०म अंकपत्र, स्थायी पता प्रमाणपत्र होयब बहुत महत्वपूर्ण अछि। अहाँ प्रशिक्षणक लेल यूको आरसेटीसँ संपर्क कए सकैत छी।
ड्रोनक सहायतासँ कृषि क्षेत्रमे सूक्ष्म पोषक तत्व आ कीटनाशकक छिड़काव कयल जा सकैत अछि। जिला बागवानी अधिकारी अनिल कुमार कहलनि जे कृषि ड्रोनक खरीद पर सब्सिडी देल जा रहल अछि। सरकार द्वारा कृषि ड्रोन पर सामान्य श्रेणीक लेल ४० प्रतिशत आ ओबीसी, एससी/एसटी लेल ५० प्रतिशत तक अनुदानक प्रावधान कयल गेल अछि। कृषि ड्रोनसँ जुड़ल योजनाक लाभ अपन प्रखंड वा जिला कृषि विभागसँ लऽ सकैत छी।