विधि-व्यवस्था

‘योगी मॉडल’सँ बिहारमे माफिया राज खतम करय केर नियार

पटना
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बिहारक नीतीश सरकार १२ फरवरीकेँ बजट सत्रक पहिल दिन विश्वास मत जीति विपक्षकेँ मुंहतोड़ जवाब देलक आ बिहारमे अपन सरकार बना लेलक। एहिसँ बिहारक मुख्यमंत्री नीतीश कुमारक हालेमे भेल जवाबी हमलाक बाद प्रमुख राजनीतिक दलक बीच आरोप-प्रत्यारोप चरम पर अछि। एम्हर बिहार सरकार बिहारमे अपराध, भ्रष्टाचार, बालू-जमीन-शराब माफिया राजकेँ समाप्त करय लेल सख्त कानून बनाबय जा रहल अछि। संगहि बिहार मंत्रिमंडलक बैसारमे नव कानूनक मसौदाकेँ मंजूरी देल गेल अछि। संगहि बिहार विधानमण्डलक वर्तमान सत्रमे एकरा विधेयकक रूपमे सदनमे पेश कयल जायत। जनतब जे ई कदम अपराध, भ्रष्टाचार आ माफिया पर पूर्ण रूपसँ कार्रवाई करबाक लेल उठायल जा रहल अछि।

बताबैत चली जे एहि कानूनमे भ्रष्टाचारसँ जुड़ल ओ मामिला जकरा गंभीर अपराध नहिं मानल गेल छल ओकरा गंभीर मानल जायत आ ओहि पर सख्त सजाक प्रावधान होएत। संगहि सरकारी निधिक दुरुपयोग आ गबन करयवलाकेँ एहि कानूनमे कठोर दण्डक प्रावधान होयत। बिहारमे एनडीए सरकार बनलाक बाद नीतीश कुमार कार्रवाईक मूडमे छथि आ अपराध आ भ्रष्टाचारक मुद्दा पर समझौता करय केर मूडमे नहिं छथि।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमारक अध्यक्षतामे मंगल दिन राज्य मंत्रिपरिषदक बैसार भेल। एहि बैसारमे भ्रष्टाचार आ माफिया राजक विरुद्ध कठोर कार्रवाई करबाक लेल आनल जायवला कानूनक मसौदाकेँ मंजूरी देल गेल। बैसारमे कुल पाँचटा प्रस्तावकेँ मंजूरी देल गेल अछि। बिहारमे भ्रष्टाचारसँ निपटबाक लेल पहिनेसँ तीनटा एजेंसी काज कऽ रहल अछि – आर्थिक अपराध इकाई, निगरानी ब्यूरो आ विशेष निगरानी इकाई। बतबैत चली जे एहि तीनू लग पहिनेसँ बहुत रास शक्ति अछि। ओतहि सरकार संभवतः एहि जांच एजेंसी सभक शक्तिकेँ आर बढ़ा सकैत अछि।

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