संसदक बजट सत्रक दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण घोषणा कयने छलीह जे सरकार संसदक दुनू सदनमे श्वेत पत्र लऽ कऽ आयत। एकर माध्यमसँ सरकार २०१४ सँ २०२४ धरि अपन कार्यकालमे कयल गेल काजक लेखा-जोखा सदनक पटलपर राखत। एकर संगहि एहि श्वेत पत्रक माध्यम सँ ई पिछला (यूपीए) सरकारक कुप्रबंधन आ गलत नीतिक जानकारी सेहो देत।
केंद्र सरकार द्वारा बजट सत्रमे आनल जायवाला श्वेत पत्रक संबंधमे बताबी तऽ ई एकटा सूचनात्मक रिपोर्ट कार्ड होइत अछि। जाहिमे सरकारक नीति, कार्य आ महत्वपूर्ण मुद्दा पर प्रकाश देल जाइत अछि। विशेष रूपसँ सरकार बहस लेल ‘श्वेत पत्र’ अनैत अछि, सुझाव लैत अछि वा कोनो मुद्दा पर कार्रवाई करैत अछि।
एकर अतिरिक्त, ई पत्र कोनो विशेष मुद्दा पर निष्कर्ष पर पहुँचबाक लेल आनल जाइत अछि। एहनमे नरेंद्र मोदी सरकार श्वेत पत्रक माध्यमसँ ई देखाबय के कोशिश कऽ रहल अछि जे २०१४ तक देश आर्थिक रूपसँ कतए छल आ आब कतए अछि।