१२-०१-२०२५ क’ मैथिली साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समिति मधुबनी’क तत्वावधानमे ‘ शिशिर काव्य गोष्ठी’ क’ आयोजन कयल गेल। विशेष काव्य गोष्ठीक आयोजन साहित्यकार रेवती रमण झाक संयोजकत्वमे आयोजित भेल। अध्यक्षता साहित्यकार दिलीप कुमार झा आ संचालन साहित्यकार सोनू कुमार झा द्वारा कयल गेल।
परिहारपुर गाममे ई भव्य आयोजन .. साहित्य अकादेमीसॅं पुरस्कृत साहित्यकारसॅं ल’ वरिष्ठ साहित्यकार आ युवा साहित्यकार लोकनिक उपस्थितिसॅं ‘राम गोविंद परिसर’ अत्यंत उर्जित आ उल्लसित छल।
गोष्ठीमे लगभग ३० गोट साहित्यकार’क उपस्थिति आ श्रोता, ग्रामीण लोकनिक सेहो बेस जुटान छल।
संगोष्ठीक शुभारंभ विद्यापतिक भगवती गीत ‘जय जय भैरवि असुर भयाओनि’सॅं भेल। जकरा अपन मधुर स्वर देलनि..श्यामभवी झा आ लवली झा। पुनः स्वागत गीत दुनू बच्चिया द्वारा गाओल गेल..’मंगलमय दिन आजू है..’।
साहित्य अकादेमीसॅं पुरस्कृत साहित्यकार ऋषि वशिष्ठ जीक द्वारा साहित्यकार लोकनिक स्वागत आ सम्मान कयल गेल।
तकर उपरान्त साहित्यकार राधेश्याम झाक दूटा मैथिली नाटक ‘हमर दुःखक नहि ओर’ आ ‘मिथिलाक उद्गम’ केर विमोचन कयल गेल।
कविता वाचनक आरंभ प्रजापति ठाकुरक ‘ झम्मा ईंट’सॅं कयल गेल। आनंद मोहन झाक दूटा गजल , अवधेश कुमार झाक ‘बूढी’ ,प्रभास कुमार दमनक ‘ताला’ , झौली पासवानक ‘घानी’ आ ‘सीख’ , मैथिल प्रशांतक ‘ ब्राह्मण’ , रामप्रकाश झाक ‘गर्मी’ आ ‘सुराज’, कमलेश प्रेमेन्द्रक ‘बेचारी’ ‘माछ’ आ ‘हक्कल डनिया’ , डॉ रवीन्द्र कुमार झाक ‘इजरायल हमासक युद्ध’ डॉ राजकुमार भारतीक ‘ हमर प्राण अछि मिथिला’ आ ‘ कनिया’क बड़ाइ’ ,बाल साहित्यकार अक्षय आनंद सन्नीक ‘कलेंडर’ आ ‘सत्यक गंध’ कविताक वाचन कयलनि। डॉ शुभ कुमार वर्णवालजक ‘धर्म सनातन जीत गेल अछि’ आ ‘गाम’ कविताक वाचन कयलनि। रेवती रमणक ‘ कथा एक गामक’आ आशीष कुमार मिश्रक कविता ‘ पूर्वहिसँ जे मॉगि रहल छी..’ मिथिला राज्यक मॉगपर केन्द्रित छल।प्रीतम कुमार निषादक ‘पुरखा प्रताप धरम माय- बापक पूण्य यौ’ आ ‘प्रियतमा’ , दिलीप कुमार झाक ‘शिक्षा नै छी केन-दोन’ आ ‘चिड़ै आ बानर’ मालती मिश्राक ‘आत्म मंथन’ आ प्रेमासिक्त वसंत,
ऋषि वशिष्ठक ‘हवाक रूखि’ ‘आश्रमसॅं बाहर निकललाह द्रोणाचार्य..’, ज्योति रमण बाबाक ‘आऊ हम कवि छी’ ऋषिदेव सिंहक ‘देशक न्यायतंत्र’, कविताक वाचन कयल गेल।
एकर अलावे शुभेष चंद्र झा, सोनू कुमार झा, सुमन कुमार आ चंडेश्वर खॉक सहभागिता रहल।
धन्यवाद ज्ञापित केलनि समितिक कोषाध्यक्ष आ संगोष्ठीक संयोजक साहित्यकार रेवती रमण झा। आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न भेल। कार्यक्रमक समापन मिथिलाक प्रिय भोजन मॉछ-भातसॅं भेल।