मैथिली अधिकार दिवस पर साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समिति कयलक संगोष्ठी
मधुबनी समदिया
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काल्हि २२ दिसम्बर कऽ मैथिली अधिकार दिवसके रूपे साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समिति मधुबनीक तत्वावधानमे , प्राथमिक शिक्षक संघ भवन मधुबनीमे आयोजित कएल गेल। जकर अध्यक्षता प्रीतम निषाद द्वारा कएल गेल। मैथिली भाषी कोकिल मंच कोलकाताके पूर्व सचिव नवोनारायण कहलनि जे संवाद अप्पन बाल-बच्चासॅं मैथिलीमे भेनाइ अत्यंत आवश्यक। मैथिली अभियानी एवं साहित्यकार दिलीप कुमार झा कहलनि जे बड्ड संघर्षक उपरान्त मैथिली भाषाके स्थान भेंट पाओल अछि तै युवा वर्गके इ दायित्व बनैत छन्हि जे एकर स्थान बनौने राखथि। प्राथमिक शिक्षामे मैथिली, मातृभाषामे पढेनाइ पहिल प्रथमिकता होमयके चाही। साहित्यकार अजित आजाद कहलाह जे सभकेँ दलगत भावनासँ उपर उठि काज करबाक खगता।
लेखिका मालती झा कहली “आइके ऐतिहासिक दिन समस्त मिथिलावासीक लेल अत्यंत महत्वपूर्ण रहल अछि।आजुक दिन २२ दिसम्बर क’ बहुते दिनक संघर्षक उपरान्त मैथिली भाषाकेँ भारतक संविधानक अष्टम अनुसूचीमे संसद द्वारा मान्यता प्राप्त भेल। अहि अधिकारक प्राप्तिक लेल पुस्त दर पुस्त अप्पन मैथिल संघर्ष करैत रहलाह अछि। हमरा लोकनिके अप्पन अधिकारक संग अप्पन कर्तव्यक सेहो भान होयबाके चाही। अप्पन मातृभाषा बचबय लेल सभकेँ साकांक्ष रहनाइ अत्यंत आवश्यक।”
कार्यक्रमक संचालन समितिक पूर्व कोषाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रक द्वारा कएल गेल। अतिथि सभक स्वागत सचिव सुमन कुमार केलनि। कार्यक्रममे उपस्थित छलाह, चन्द्र मोहन झा पड़वा, उदय जायसवाल,ज्योति रमण झा बाबा, कल्पना सिंह, ललिता झा, मालती मिश्रा, बी एन झा, डॉ रविन्द्र झा, कमलेश प्रेमेन्द्र, महादेव मिश्र, जीवछ ठाकुर, रेवती रमण झा, चण्डेश्वर खां, गणेश लाल दास, सतीश चन्द्र मिश्र सुमन, मिहिर कुमार मिश्र, शुभ कुमार वर्णवाल, आनंद मोहन, पोथीघर, आनंद मोहन झा, सोनू कुमार आदि।