जनसरोकार

मध्य पूर्वमे तनावक बावजूद तेलक दाम नहिं बढ़ल

नई दिल्ली
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जखन रूस २०२२ मे यूक्रेन पर आक्रमण कयलक तखन तेलक दाम १०० अरब डॉलरकेँ पार कऽ गेल छल, मुदा मध्य एशियामे तनावक बढ़ैत खतरा आ लाल सागरमे जहाज पर हमलाक बीच सेहो तेलक बजारमे एखन धरि कोनो उल्लेखनीय वृद्धि नहिं देखल गेल अछि।

लाल सागरमे वाणिज्यिक जहाज पर बेर-बेर हमलाक प्रतिक्रियामे यमनमे हौथी ठिकानापर अमेरिकाक नेतृत्वमे हमलाक बाद पछिला मास तेलक दाम बढ़ि गेल छल। सीएनएनक रिपोर्टक अनुसार, कच्चा तेलक दाम अस्थिर रहल अछि, कियैकि वॉल स्ट्रीट ब्याज दर, अमेरिकी डॉलर, आ भू-राजनीतिक संघर्षक मार्गक आकलन कय रहल अछि।

तइयो ओ अपन २०२२क उच्च स्तरसँ बहुत नीचा अछि। तेलक लेल अमेरिकी बेंचमार्क वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड वायदा बृहस्पतिकेँ ७७.५९ डॉलर प्रति बैरल पर बंद भेल, जखन कि अंतर्राष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा ८२.८६ डॉलर प्रति बैरल पर बंद भेल।

एकटा कारक जे तेलक दाम पर नियंत्रण बना सकैत अछि ओ अछि माँगमे कमी। अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी द्वारा बृहस्पति दिन जारी एकटा नव मासिक रिपोर्टमे भविष्यवाणी कयल गेल अछि जे वैश्विक माँगक वृद्धि २०२३ मे २•३ लाख बीपीडी सँ घटि कऽ २०२४ मे १•२ लाख बैरल प्रतिदिन भऽ जायत। ई चारिम तिमाहीमे माँगक वृद्धि घटि कऽ १•८ लाख बीपीडी पर आबि गेलाक बाद आयल अछि। सीएनएनक खबरि अछि जे ई पछिला तिमाहीमे २०२३ धरि २•८ लाख बीपीडीसँ बढ़ि जायत।

एजेंसी अपन फरवरीक रिपोर्टमे कहलक, “वैश्विक तेलक माँगमे वृद्धि गति कम भऽ रहल अछि। सीएनएनक रिपोर्टमे कहल गेल अछि, “महामारीक बाद वैश्विक तेलक माँगमे व्यापक विकासक चरण बहुत हद धरि अपन काज कयलक अछि।”

मुदा, विकासक ओ अवधि किछु अर्थव्यवस्थाक लेल कमजोर छल। ई मानल जाइत छल जे कोविड महामारीक अवधिमे मंदीक बाद २०२३मे चीनक अर्थव्यवस्थामे जबरदस्त सुधार होयत। एकर बदला सम्पत्तिक संकट, कमजोर खर्च आ उच्च युवा बेरोजगारी एकरा रोकि देलक अछि आ किछु अर्थशास्त्रीक मानब अछि जे देशकेँ दशकक ठहरावक सामना करय पड़ि सकैत अछि।

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