जनसरोकार

नमामि गंगे मिशन २.० केर तहत यूपी आ बिहारमे ४ प्रमुख परियोजना शुरू : केंद्र सरकार

नई दिल्ली
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भारत सरकार नमामि गंगे मिशन २.०क अन्तर्गत उत्तर प्रदेश आ बिहारमे ९२० करोड़ टाकाक चारिटा मेगा परियोजना चालू कयलक अछि। बिहार आ उत्तर प्रदेशमे गंगा नदीक कातमे शुरू कयल गेल ई पहल प्रदूषणपर अंकुश लगाबय आ नदीक पारिस्थितिक स्थितिमे सुधार लेल चलि रहल प्रयासमे एकटा महत्वपूर्ण कदम अछि। ९२० करोड़ टाकाक लागतसँ बनल ई परियोजना सीवेज शोधन क्षमताकेँ बढ़ाकऽ १४५ एमएलडी करत, सीवरक बेहतर नेटवर्क प्रदान करत, आ कतेको नालीकेँ अवरुद्ध करत।

जल शक्ति मंत्रालय एकटा बयानमे एहि बारेमे जानकारी देलक अछि। बिहारक मुंगेरमे भेल एहि परियोजनासँ सीवरेज नेटवर्कमे सुधार होयत आ ३६६ करोड़ टाकाक अनुमानित लागतसँ सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी)क स्थापना होयत। एहिसँ लगभग ३ लाख निवासीकेँ लाभ होयत, किएक तँ हुनक घर सीवर नेटवर्कसँ जुड़ि जायत, शहरक स्वच्छता प्रणालीमे उल्लेखनीय सुधार होयत आ अनुपचारित सीवेजकेँ गङ्गा नदीमे छोड़बासँ रोकल जायत।

उत्तर प्रदेशक मिर्जापुरमे १२९ करोड़ टाकाक अनुमानित लागतसँ बनाओल गेल दोसर प्रमुख परियोजना आब चालू अछि। एहि पहलक अन्तर्गत नओटा नालाकेँ अवरुद्ध कऽ देल गेल अछि जे आब चालू भऽ गेल छल। दोसर दिस, २टा नव एसटीपी – पक्का पोखरा आ बिसुन्दरपुर, जाहिमे प्रत्येकक क्षमता ८.५ एमएलडी – आ विद्यमान एसटीपीक पुनर्वासक सङ्ग सीवेज शोधन क्षमता आब बढ़ि कऽ ३१ एमएलडी भऽ गेल अछि। ई परियोजना अनुपचारित सीवेजकेँ गंगामे बहैसँ रोकैत अछि, जाहिसँ जलक गुणवत्तामे उल्लेखनीय सुधार होइत अछि आ जलीय जैव विविधताकेँ बढ़ावा भेटैत अछि।

मंत्रालय कहलक जे उत्तर प्रदेशक गाजीपुरमे गंगा नदीक प्रदूषणकेँ कम करबाक लेल १५३ करोड़ टाकाक परियोजना आब चालू भऽ गेल अछि। एहिमे १.३ किमी आई एंड डी नेटवर्क आ २१ एमएलडी एसटीपीक विकास शामिल अछि। एहि परियोजनासँ सीवेजक प्रभावी शोधन कऽ शहरकेँ लाभ होइत छैक, जाहिसँ अनुपचारित सीवेजकेँ गंगामे छोड़बासँ रोकल जा सकैत छैक।

मिर्जापुर आ गाजीपुरक अतिरिक्त, उत्तर प्रदेशक बरेलीमे २७१ करोड़ टाकाक अनुमानित लागतसँ अवरोधन, डाइवर्सन आ सीवेज शोधन कार्यक लेल एकटा महत्वपूर्ण परियोजना स्थापित कयल गेल अछि, जे आब चालू भऽ गेल अछि। एहि परियोजनाक उद्देश्य नदीमे प्रदूषणकेँ कम करब अछि। एहिमे १५ नालीक अवरोधन आ विपथन आ ६३ एमएलडीक संयुक्त क्षमतावला तीनटा एसटीपीक निर्माण सम्मिलित अछि।

एहि परियोजनासभसँ शहरकेँ लाभ होयत किएक तँ शहरक सीवेजकेँ एसटीपीमे शोधित कयल जायत आ एहिसँ अनुपचारित सीवेजकेँ रामगंगा नदीमे छोड़बासँ बचल जायत, जकर परिणामस्वरूप गङ्गा नदीक जलक गुणवत्तामे सुधार होयत। एकर अतिरिक्त, एहि परियोजनासभसँ अपशिष्ट जलक शोधन आ नदीसभक सफाई कऽ नमामि गंगे मिशनकेँ बढ़ावा दैत सम्बन्धित शहरक पैघ जनसंख्याकेँ सेहो लाभ होयत।

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