राजनीति

बिहारक वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजनीतिक लज्याकक उदाहरण बनि गेल छथि : प्रशांत किशोर

सहरसा समदिया
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बिहारक वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजनीतिक लज्याकक उदाहरण बनि गेल छथि। चुनावमे हारलाक बादो ओ एखनो कोनोने कोनो कुट चालिसँ कुर्सी पर बैसल छथि। बिहारमे फ्लोर टेस्टसँ पहिने सेहो राजनीतिमे संकटक मेघ उमड़य लागल अछि। एक दिस कांग्रेसमे फूट पड़बाक आशंका अछि तऽ दोसर दिस बिहारक सत्ताधारी गठबंधन एनडीएमे सब किछु ठीक नहिं चलि रहल अछि। ई बात बुध दिन सहरसा स्टेडियममे आयोजित प्रेस वार्ताक दौरान जन सुराज अभियानक सूत्रधार प्रशांत किशोर कहलनि। संंगहि प्रशांत किशोर नीतीश कुमार पर हमला करैत कहलनि जे, बिहारमे चाहे जे किछु हो, अहां सभकेँ ई जानकारी होएत जे 2012 केर बाद बिहारमे नीतीश केर ई सातम राजनीतिक प्रयोग अछि। केंद्रमे यूपीए सरकार हो वा प्रधानमंत्री मोदीक सरकार। बिहारमे नीतीश कुमार महागठबंधनक संग रहथि वा असगर रहथि अथवा भाजपाक संग रहथि। बिहारमे की बदलाव आयल अछि। की आइ बिहारमे बच्चा सभक लेल शिक्षाक व्यवस्था नीक अछि। बिहारमे कोन-कोन चीनी मिल काज करय लागल। बिहारक जनताकेँ रोजगार नहिं भेटल। बिहारक जनता एखनो पलायन करय लेल मजबूर अछि। ओ कहला जे सही विकल्प चुनि कए बिहारक जनता मात्र राज्य केर विकासक बाट पर लय जा सकैत अछि। एकरा लेल हम सब गाम-गाम घुमैत नव लोकक खोजमे छी। 20 फरवरीसँ एक महीना सहरसामे रहलाक बाद सब प्रखंड आ पंचायतमे मार्च निकालब आ एतय केर समस्याक सामना करब। ओ कहला जे सब वर्ग, संप्रदाय आ जातिक लोकक नव सर्वेक्षणमे 55% लोक बिहारमे नव विकल्पक जरूरत व्यक्त केलनि अछि। पहिने हम सब पार्टी आ नेता सबकेँ लेल काज करैत छलहुं आब जनताक बीच इजोत जगबैत वैह काज भऽ रहल अछि। ओ कहलनि जे हमर सबहक भूमिका कुम्हारक समान अछि। जहिना कुम्हार नीक माटि चुनैत छथि आ नीक मूर्ति बनबैत छथि तहिना हमहूँ सभ नीक लोकक खोज कए नव राजनीतिक विकल्प तैयार क’ रहल छी । ओ कहला जे जखन ओ नीतीश सरकारक मदद केलथि तऽ हुनकर छवि सुशासन बाबूक छल। जे कोर तक मानवतासँ भरल छल। जे रेल मंत्री रहैत मानवताक आधार पर नैतिक जिम्मेदारी लेलक आ गैसल ट्रेन दुर्घटनाक कारण इस्तीफा दऽ देलक। मुदा आब ओ बहुत बदलि गेल अछि। ओ कहला जे बिहारमे शराबबंदी सफल नहि भऽ सकल अछि। जकर कारण आइ घर-घरमे होम डिलीवरी भऽ रहल अछि। जाहिमे अमीर लोक शराब बेचैत छथि आ पीबैत छथि। मुदा शराबबंदी कानून लागू भेलाक बाद बिहारक 6 लाख गरीब आ कमजोर लोककेँ जेलमे डालल गेल अछि। जिनकर परिवार आइ दर-दर भटकय लेल मजबूर अछि। ओ कहला जे बिहारमे जे कियो सरकार बनबैत अछि ओ कोनो गठबंधनमे आबि सकैत अछि। कोनो तरहक खेल भ’ सकैत अछि। बिहारमे बदलाव नहिं आबय वाला अछि। असली खेल बिहारमे तखने खेलल जाएत जखन बिहारक लोक ठाढ़ भs खेल खेलय वाला सभ लोककेँ झाड़ू मारि कs बाहर निकालि देत, तखने असली खेल खेलल जाएत।

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