एकक बाद एक पैघ नेता राजदसँ इस्तीफा दऽ रहल छथि। अशफाक करीमक बाद आब वृषिण पटेल सेहो राजदसँ इस्तीफा दऽ देलनि अछि। इस्तीफा दैत वृषिन पटेल राजद पर कतेको गंभीर आरोप लगओने छथि। ओ त्यागपत्रमे लिखलनि, “राजदकेँ समर्पित कार्यकर्ताक कोनो आवश्यकता नहिं अछि। राजदकेँ सामाजिक न्याय आ साम्प्रदायिक सद्भावमे कोनो विश्वास नहिं अछि। भारी मनसँ हम राजदक प्राथमिक सदस्यतासँ इस्तीफा दऽ रहल छी।
वृषिण पटेल बिहारक वरिष्ठ राजनेतामेसँ एक छथि आ हुनक गिनती कुर्मी जातिक मजबूत नेतामे कयल जाइत अछि। ओ बिहार सरकारमे मंत्री रहि चुकल छथि आ पूर्वमे सांसद सेहो रहि चुकल छथि। राजदक प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंहकेँ लिखल चिट्ठीमे ओ कहलनि, “हमरा लागल जे राष्ट्रीय जनता दलकेँ समर्पित कार्यकर्ताक जरूरत नहिं अछि। राजद डेमोक्रेसी नहिं सिंगल विंडो सिस्टम चला रहल अछि। पार्टीक साम्प्रदायिक सद्भाव आ सामाजिक न्यायसँ सेहो आस्था खतम भऽ गेल। बहुत दुखी मोनसँ हम पार्टीक प्राथमिक सदस्यतासँ इस्तीफा दऽ रहल छी।
वृषिण पटेल आगू लिखलनि, “तेजस्वी यादव जे कुनबा तैयार कयलनि अछि, ओ भविष्यमे अपने लेल काँट रोपि रहल छथि, जे हुनके चुभत। राजद द्वारा मैदानमे उतारल गेल उम्मीदवार पर ओ कहलनि जे जनता तय करतनि जे की करबाक अछि। एहिसँ पहिने राज्यसभाक पूर्व सांसद अशफाक करीम पार्टीसँ इस्तीफा देने छलथि। अशफाक करीम जेडीयूमे शामिल हेताह।
ओना वृषिण पटेलक इस्तीफाक पाछाँ आर कारण देल जा रहल अछि। दरअसल, वैशालीसँ हुनका टिकट नहिं दऽ कऽ पार्टी मुन्ना शुक्लाकेँ उम्मीदवार बना देलक। वृषिण पटेल वैशालीसँ सांसद सेहो रहि चुकल छथि। वृषिण पटेल कहैत छथि जे पार्टी मुन्ना शुक्ला, अशोक महतोक परिवार, बीमा भारती आ एहन लोककेँ महत्व दऽ रहल अछि।