बिहारमे लोकसभा चुनावकेँ देखैत पूर्णिया एकटा हॉट सीट बनल अछि। कांग्रेस नेता पप्पू यादवक निर्दलीय उम्मीदवारक रूपमे उम्मीदवारीकेँ लऽ कऽ महागठबंधनमे विवाद अछि। एम्हर एनडीए पप्पू यादवक संबंधमे एकटा नव मुद्दा उठौलक अछि, जाहिसँ एतय राजनीति गर्म भऽ गेल अछि। दरअसल एक बेर फेर पूर्व विधायक कॉमरेड अजित सरकारक चर्चित हत्याकांड राजनीतिक केंद्रमे आबय लागल अछि।
मंगल कऽ एनडीए उम्मीदवार संतोष कुशवाहा सहित राजगक कतेको नेता अजित सरकारक शहादत स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कयलनि आ ओतयसँ अपन अभियान शुरू कयलनि। ओ कहलनि जे पूर्णिया आ देशक प्रत्येक व्यक्ति जनैत अछि जे प्रसिद्ध विधायक कॉमरेड अजित सरकारक हत्या के कयलक। संतोष कुशवाहा कहलनि जे आइ ओ निर्दलीय उम्मीदवारक रुपमे चुनाव मैदानमे छथि आ स्वयंकेँ वाल्मीकि बता चुनाव लड़ि रहल छथि। मुदा, लोक ओ दिन नहिं बिसरत जखन २६ साल पहिने १९९८ ई. मे पूर्णिया शहरक सुभाष नगर लग विधायक कॉमरेड अजित सरकार सहित तीन गोटेकेँ गोलीसँ छलनी कर बेरहमीसँ हत्या कऽ देल गेल छल। जेडीयू उम्मीदवार कहलनि कि डॉक्टरसँ लऽ कऽ व्यवसायी तकसँ रंगदारी आ जबरन वसूली हुनकर पहचान रहल अछि, लोक सब किछु बुझि रहल अछि।
ओतहि बिहार सरकारक खाद्य आ उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह कहलनि जे जनता एहि बेर हत्यारा आ आपराधिक तत्वकेँ मौका नहिं देबय जा रहल अछि। सब कियो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आ नीतीश कुमारक संग अछि। देशमे ४०० केँ आंकड़ा पार करत आ पूर्णिया चारि लाख मतक आंकड़ा पार करत। एहि अवसर पर अमनोरक विधायक मंटू कुमार यादव सहित कतेको प्रमुख नेता सेहो उपस्थित छलाह।
दरभंगाक विधायक संजय सरावगी कहलनि जे ओ सेहो एकटा व्यापारिक परिवारसँ छथि। २० साल पहिने व्यवसायीसँ कोना जबरन वसूली होइत छल। व्यवसायीसभकेँ अपन व्यवसाय बन्द करय पड़लनि, सभगोटे ई जनैत छथि। आइ ओ सभ ओहि स्थल पर छथि जतय अजित सरकार मारल गेल छल। ओ कहलनि जे एहि बेर बिहारक सभ ४० सीट पर एनडीए केर प्रत्याशी जीतत।
पूर्णियाक पूर्व विधायक अजित सरकारक हत्या १४ जून १९९८ केँ भेल छल। हुनका पूर्णियामे गोली मारल गेल छलइ। ओ सभ पंचायतक बाद हरदा गामसँ घुरि रहल छलाह। हत्यामे एके-४७ केर प्रयोग भेल छल। पप्पू यादवक अलावा राजन तिवारी, अनिल यादव, अमर यादव, हरीश चौधरी आदिक नाम आरोपीक रूपमे दर्ज छल। निचला अदालतसँ हिनका सभकेँ सजा भेल छल। १७ मई, २०१३ केँ पटना उच्च न्यायालय पप्पू यादव, राजन तिवारी आ अनिल यादवकेँ सबूतक अभावमे बरी कऽ देलक।