बिहारक आठ करोड़ मतदाताकेँ एक महीनाक भीतर अपनाकेँ बिहारी होयबाक, बिहारक मतदाता होयबाक प्रमाण देबय पड़त. झारखंड मुक्ति मोर्चाक केंद्रीय महासचिव आ प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य शनिकेँ चुनाव आयोग आ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर हमला कएलनि. ओ कहलनि जे आब जनताकेँ बिहारक नागरिक होयबाक प्रमाण देबय पड़त, एहिमे आधार कार्ड आ वोटर कार्डक एपिक नंबर मान्य नै होयत।
सुप्रियो भट्टाचार्य कहलनि जे ई बिहार चुनाव प्रक्रियाकेँ जटिल बनेबाक आ राष्ट्रपति शासन लागू करबाक लेल खेल भऽ रहल अछि। ओ मीडियासँ बातचीतक दौरान कहली जे विगत दू दिनमे देशमे एक दिसि चुनाव आयोग आ दोसर दिस आरएसएसक बीच संधि बनल अछि, जे एहि देशक संविधानसँ समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता तथा नागरिकक मौलिक अधिकारकेँ छिनबाक काज कऽ रहल अछि. चुनाव आयोगक टैगलाइन अछि- ‘नो वोटर लेफ्ट बिहाइंड’. मतलब कोनो मतदाता छूटबाक नै चाही, मुदा आब बिहारसँ मतदाताकेँ छोड़बाक व्यापक तैयारी शुरू भऽ गेल अछि।
ओ कहलनि जे एकटा एहेन तुगलकी आदेश आयल अछि जे बिहारक आठ करोड़ मतदाताकेँ एक मासक भीतर बिहारी वा बिहारक मतदाता हेबाक प्रमाण देबय पड़त, मुदा सबूतमे आधार वैध नहि होयत, जाहिमे मतदाता कार्डक ईपीआईसी नंबर सेहो वैध नहि होयत।
ओ कहलनि जे ई सब बिहारमे आगामी चुनावक कारण कयल जा रहल अछि। भाजपाक एकटा निश्चित हारिसँ बचेबाक लेल चुनाव प्रक्रिया जटिल कयल जा रहल अछि। ई खेल बिहार चुनाव स्थगित करबाक आ राष्ट्रपति शासन लागू करबाक लेल खेलल जा रहल अछि।’
आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबालेक बयान पर प्रतिक्रिया दैत जे हुनका आपातकालक दौरान संविधानक प्रस्तावनामे शामिल “समाजवादी” आ “धर्मनिरपेक्ष” शब्द पर विचार करय केर चाही, झामुमो नेता कहलनि, “सबसँ पहिने होसबोलेकेँ ई बताबय केर चाही कि ओ देशक संविधानमे विश्वास करैत छथि वा नहिं। मतदानक अधिकारक वर्णन मौलिक अधिकारमे कयल गेल अछि, तेँ निर्वाचन आयोगक ई कदम गलत अछि,” ओ कहलनि जे ई खबरि आयल अछि जे झारखण्डमे अगस्तसँ एकर शुरुआत होमय जा रहल अछि।