जनसरोकार

सुख चैनसँ जीबू, रोटी खाऊ, नहि तँ हमर गोली तँ अछिए, अपन तिरंगा झुकबाक नहि चाही : पीएम मोदी

भुज समदिया
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पीएम मोदी काल्हि दाहोदमे करीब 24,000 करोड़ रुपयाक लागत वला कतेको विकास परियोजनाक शिलान्यास आ उद्घाटन कयलनि। पीएम वेरावल आ अहमदाबादक बीच वंदे भारत एक्सप्रेस वलसाड आ दाहोद स्टेशनक बीच एक्सप्रेस ट्रेनकेँ हरियर झंडा देखेलाह। एहि बीच ओ विशाल जनसभाकेँ संबोधित सेहो कयलनि।

पीएम मोदी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केर बारेमे सेहो बात कयलनि। ओ कहलनि जे ई क्षेत्र माँ भारतीकेँ मानवताक रक्षा खातिर हमर तप आ त्यागकेँ दर्शाबैत अछि। सोचू, जम्मू कश्मीरक पहलगाममे आतंकवादी द्वारा जे किछु भेल, की भारत चुप चाप रहैत ? की मोदी चुप चाप रहि सकैत अछि ? जँ कियो हमरा बहिनकेँ सिंदूर मिटा देत, तँ ओकरा सेहो मिटनाइ तय भ’ जाइत अछि। तेँ ऑपरेशन सिंदूर मात्र एकटा सैन्य कार्यवाही नहि अछि। ई हमर भारतीयक संस्कार आ हमर भावनाक अभिव्यक्ति अछि। आतंकवादी द्वारा 140 करोड़ भारतीयकेँ चुनौती देल गेल छल। तेँ मोदी ओ काज कएलक, जकरा लेल देशवासी हमरा प्रधान सेवकक जिम्मेदारी देलनि।

पीएम मोदी कहलनि, ‘मोदी अपन तीनू सेनाकेँ खुला छूट देलक आ हमर शूरवीर ओहि काजकेँ पूरा कएलनि, जे दुनिया पिछला बहुत दशकसँ नहि देखने छल। हम सीमापार चलि रहल 9 आतंकवादी ठिकानाक पता लगौलहुँ आ 22 तारीखकेँ जे खेल खेलल गेल, 6 तारीखक रातिमे 22 मिनटमे हम हुनका सभकेँ मिट्टीमे मिला देलौं। भारतक एहि कार्यवाहीसँ बौखलेला बाद जखनि पाकिस्तानी सेना दुस्साहस देखेलक, तखनि हमर सेना पाकिस्तानी फौजकेँ धूल चटा देलक।

ओ कहलनि कि विभाजनक बाद नव-नव बनल देशक एक्के लक्ष्य छल- भारतसँ नफरत करब आ हमर प्रगतिकेँ रोकब, मुदा हमर एक्के लक्ष्य अछि, आगाँ बढ़ब, गरीबीकेँ समाप्त करब आ विकासित भारतक निर्माण करब। वास्तवमे विकासित भारत तऽ तखनि संभव अछि, जखनि हमर सशस्त्र सेनासभ मजबूत होय आ हमर अर्थव्यवस्था सेहो मजबूत होय। हम पूरा लगन आ दृढ़ संकल्पसँ लगातार ओ काज कय रहल छी।

एहिसँ पहिने सार्वजनिक रैलीकेँ संबोधित करैत पीएम मोदी कहलनि, मोदी कहलनि ‘आई २६ मई अछि, २०१४ मे एहि तारीख पर हम पहिल बेर प्रधानमंत्रीक रूपमे शपथ लेने छलहुँ। सबसँ पहिने गुजरातक लोक हमरा आशीर्वाद देलनि, फेर करोड़ों भारतीय लोकनि हमरा आशीर्वाद देलनि।’

पीएम मोदी कहलनि जे पाकिस्तानक बच्चा सभकेँ कहैत छी, पाकिस्तानी सेना आतंकवादक सायामे पलि रहल अछि, अहाँ सभक भविष्यकेँ नष्ट कऽ रहल अछि, अन्हारमे धकेलि अछि, आतंकक बिमारीसँ मुक्त होबय हेतु आवाम आ नौजवान सभकेँ आगू आबय केर चाही आ सुख चैनसँ जीबू, रोटी खाऊ, नहि तँ हमर गोली तँ अछिए।

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