उत्तर प्रदेशक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिकेँ वक्फ संशोधन कानूनक विरोधमे विपक्षी दल सभ पर जोरदार हमला कयलनि। सीएम योगी वक्फ पर विपक्ष पर गुमराह करबाक आरोप लगौलनि आ कहलनि जे वक्फ कानूनकेँ नाम पर हिंसा भड़कायल जा रहल अछि।
ओ पश्चिम बंगालमे मुर्शिदाबाद हिंसा पर चिंता सेहो व्यक्त कएलनि। लखनऊमे डॉ. भीमराव अंबेडकर सम्मान समारोहकेँ संबोधित करैत सीएम योगी कहलनि, “अपने देखैत होयब जे दलितक झोपड़ी आ जमीन पर कब्जा करय वाला किछु लोक एहि दलसँ जुड़ल होयत। हमरा आश्चर्य होइत अछि जे ई (पश्चिम बंगाल) ओ राज्य अछि, जतय वक्फक नाम पर लाखों एकड़ जमीन पर जबरन कब्जा कएल गेल छल। हुनका लग कोनो कागज वा राजस्व रिकॉर्ड नहि अछि। आब जखनि वक्फ संशोधन विधेयक संसदमे पारित भेल अछि आ एहि पर कार्यवाही कएल जा रहल अछि, तँ एकर विरोधमे हिंसा भड़कायल जा रहल अछि।”
ओ आगा कहलनि, पश्चिम बंगालक मुर्शिदाबादमे तीन हिन्दू लोकक निर्दयतापूर्वक हत्या भेल अछि। घरसँ बाहर खींचि क’ हुनकर हत्या कएल गेल अछि। ई सभ के अछि ? ई त’ वैऽह दलित, वंचित आ गरीब हिन्दू छथि, जकरा एहि जमीनक सर्वाधिक लाभ भेटि रहल अछि। हुनका भय अछि कि जँ दलित, वंचित आ गरीब लोककें उच्च भवन भेट जायत तँ वोट बैंक समाप्त भ’ जायत आ गुमराह करबाक राजनीति सदैवक लेल समाप्त भ’ जाएत। ताहि लेल ई हिंसा भड़का रहल अछि।
सीएम योगी कहलनि, “तीन वर्ष पहिने राज्यसभा सांसद आ उत्तर प्रदेशक पूर्व डीजीपी बृजलाल एकटा पुस्तक लिखने रहथि। ओ पुस्तक बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर आ आजादीक समयक दू महान दलित योद्धाक तुलनात्मक अध्ययन पर आधारित छल। एक दिसि बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर छलथि, जे कहने रहथि जे हुनकर आदि सेहो आ अंत सेहो एक भारतीयक रूपमे रहत आ दोसर दिसि योगेंद्र नाथ मंडल छलथि, जे पाकिस्तानक समर्थन कएलथि, लेकिन ओ एक वर्ष धरि ओतए नहि रहि सकलाह। योगेंद्र नाथ मंडलक कृत्यक सजा अखनि धरि बांग्लादेशी हिंदू भोगि रहल छथि। बांग्लादेशमे रहनिहार सभ प्रताड़ित आ पीड़ित हिंदू दलित छथि। कांग्रेस, सपा आ ममता बनर्जीक पार्टीसँ संबंधित कोनो राजनीतिक दल हुनकर (बांग्लादेशी हिंदू) पक्षमे आवाज नहि उठेलथि। हुनक हकमे आवाज केवल भाजपा उठौलक। हमरा प्रत्येक हिंदूक रक्षा करबाक अछि।”