राज्यसभामे डीएमकेक हिन्दी विरोधक बीच एकटा लिखित प्रश्नक उत्तरमे सरकारक वक्तव्य देल गेल जे कोनो राज्य पर कोनो भाषा नहि थोपल जायत आ राष्ट्रीय शिक्षा नीतिमे भाषाक सम्बन्धमे एकटा लचीला दृष्टिकोण अपनाओल गेल अछि। बताओल गेल अछि जे विद्यार्थीसभ द्वारा सीखल जायवला तीनू भाषाकेँ ओकर राज्य, क्षेत्र आ पाठ्यक्रमसँ जुड़ल होयत।
उल्लेखनीय अछि जे राष्ट्रीय शिक्षा नीतिमे त्रिभाषा सूत्र अपनाओल गेल अछि। सरकारक मानब छनि जे एहिसँ क्षेत्रीय आकांक्षा आ बहुभाषावादकेँ बढ़ावा देबामे सहायता भेटत, संगहि राष्ट्रीय एकताकेँ मजबूत करबामे सहायता भेटत।
एहिसँ पहिने, बजट सत्रक दोसर भागक प्रारम्भमे, डीएमके सांसदसभ तमिलनाडुमे एनईपीक कार्यान्वयनक सम्बन्धमे केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान द्वारा देल गेल बयानकेँ लऽ कऽ लोकसभामे भारी हंगामा कयलनि। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डीएमके पर एहि मुद्दाक राजनीतिकरण आ छात्रक हितक अनदेखी करबाक आरोप लगओलनि। यद्यपि, डीएमके सांसदसभक विरोधक बाद धर्मेन्द्र प्रधानकेँ अपन किछु बयानपर खेद व्यक्त करय पड़लनि।