दरभंगा महाराज रमेश्वर सिंहक जयंती पर विद्यापति सेवा संस्थान वृहस्पति दिन कृतज्ञ नमन कयलक। महाराजक कृतित्व आ व्यक्तित्वक चर्चा करैत संस्थानक महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू कहलनि जे दरभंगा महाराज रमेश्वर सिंहकेँ बिहार आ विशेष रूपसँ मिथिलाक औद्योगिक विकास लेल सदैव याद कयल जायत। ओ कहलनि जे मिथिलामे चीनी मिल आ कागज मिल सहित अनेक कल कारखाना लगेबाक श्रेय तऽ जाइते अछि, संगहि हुनके प्रयाससँ रेल लाइन बिछाओल गेल छल। जाहि रेल लाइनकेँ भारत सरकार बादमे अधिग्रहण कयलक।
मैथिली अकादमीक पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकान्त झा कहलनि जे दरभंगा महाराज मिथिलाक कला-संस्कृति ओ हुनर केर प्रसिद्धि देश-दुनियामे दियोलनि। प्रो जीवकांत मिश्र कहलनि जे देशक शैक्षणिक विकास लेल ओ अनेक पैघ काज कयलनि। डा महेंद्र नारायण राम कहलनि जे मिथिलाक लोककेँ रोजगार मुहैया करा ओकराआत्मनिर्भर बनेबा लेल ओ सदैव याद कयल जेताह।
मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा देशक विभिन्न शैक्षणिक संस्थानक स्थापनामे हुनक महत्वपूर्ण योगदानक चर्चा करैत कहलनि जे दरभंगा महाराजक सहयोग बिना महामना मदन मोहन मालवीयक बीएचयू केर स्थापनाक सपना शायद कहियो पूरा नहि भऽ पबैत। ओ दरभंगा महाराज रमेश्वर सिंह छलाह, जे बीएचयू केर स्थापना लेल सबसँ पहिले पांच लाख रुपयाक दान देने छलाह आ हुनका बाद दानक अंतहीन सिलसिला शुरू भऽ गेल छल।
मौका पर हुनक व्यक्तित्व आ कृतित्व केर चर्चा करैत डा गणेश कांत झा, विनोद कुमार झा, प्रो विजयकांत झा, प्रो चंद्रशेखर झा बूढा भाई, डा उदय कांत मिश्र, डा महानंद ठाकुर, दुर्गानंद झा, आशीष चौधरी, पुरूषोत्तम वत्स आदि भाव भरल श्रद्धांजलि अर्पित कयलनि।