ई मिसाइल चीनक सबसँ उत्तरी भाग सहित लगभग पूरा एशियाक सङ्ग-सङ्ग यूरोपक किछु क्षेत्रकेँ अपन प्रहार सीमामे अनबामे सक्षम अछि।
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नई दिल्ली
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रक्षा अनुसंधान आ विकास संगठन बहु स्वतंत्र रूपसँ लक्षित एमआईआरवी के संग परमाणु सक्षम अग्नि-५ केर पहिल परीक्षण उड़ान मिशन दिव्यास्त्रक सफलतापूर्वक संचालन कयलक।
मिशन दिव्यास्त्र नामक ई परीक्षण उड़ान पहिल बेर छल जखन प्रौद्योगिकीक परीक्षण कयल गेल छल, जकर उद्देश्य एकहि प्रक्षेपणमे एकटा लक्ष्यपर कतेको वारहेड पहुँचायब छैक, जाहिसँ भारतकेँ अपन सीमाक रणनीतिक रक्षामे एकटा अद्वितीय क्षमता भेटैत छैक।
स्वदेशी एवियोनिक्स सिस्टम आ उच्च-सटीकता सेंसर पैकेजसँ लैस ई प्रणाली ई सुनिश्चित कऽ सकैत अछि जे पुनः प्रवेश वाहन वांछित सटीकताक भीतर लक्ष्य बिन्दु धरि पहुँचि जाय। एहिसँ कहल जाइत अछि जे ई मिसाइल “चीनक सबसँ उत्तरी भाग सहित लगभग पूरा एशियाक सङ्ग-सङ्ग यूरोपक किछु क्षेत्रकेँ अपन प्रहार सीमामे अनबामे सक्षम अछि।”
अग्नि १ सँ ४ मिसाइलक रेंज ७०० किलोमीटरसँ ३५०० किमी धरि अछि आ पहिनेसँ तैनात कयल जा चुकल अछि।
भारत अग्नि-५ मिसाइलक पहिल उड़ान परीक्षण कयलक, पीएम मोदी डीआरडीओक वैज्ञानिकक प्रशंसा कयलनि। मिशन दिव्यास्त्रक लेल अपन डीआरडीओ वैज्ञानिकसभ पर गर्व अछि, जे मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीकीक संग स्वदेशी रूपसँ विकसित अग्नि-५ मिसाइलक पहिल उड़ान परीक्षण अछि,” ई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एकटा पोस्टमे कहलनि।