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लोकसभा चुनावसँ पहिने सीएए होयत लागू : गृहमंत्री अमित शाह

 नई दिल्ली
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीक नेतृत्वमे आगामी लोकसभा चुनावमे भाजपाकेँ ३०० सँ बेसी सीट भेटत। जखनि कि, एनडीए केँ ४०० सँ बेसी सीट भेटत। आम चुनावक परिणाम पर कोनो सन्देह नहिं अछि। एतेक धरि जे कांग्रेस आ अन्य विपक्षी दलकेँ सेहो एहसास भऽ गेल अछि जे हुनका फेरसँ विपक्षमे बैसय पड़त। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिदिन एकटा कार्यक्रमक दौरान ई बात कहलनि।
शाह कहलनि, “हम संविधानक अनुच्छेद ३७०क अधिकांश प्रावधान समाप्त कऽ देलहुँ, पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्यकेँ विशेष दर्जा देलहुँ। तेँ हमरा विश्वास अछि जे देशक जनता भाजपाकेँ ३७० आ राजगकेँ ४०० सँ बेसी सीटक आशीर्वाद देत।”
कार्यक्रमक दौरान हुनका राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी), शिरोमणि अकाली दल (शिअद) आ किछु अन्य क्षेत्रीय दलक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) मे शामिल होयबाक सम्भावनाक बारेमे पूछल गेल।एहि पर गृह मंत्री कहलनि “भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) परिवार नियोजनमे विश्वास करैत अछि मुदा राजनीतिमे नहिं। शिरोमणि अकाली दलक बारेमे पूछला पर ओ कहलनि, “बातचीत चलि रहल अछि मुदा एखन धरि किछु अंतिम रूप नहिं देल गेल अछि। ओ कहलनि, “२०२४क चुनाव एनडीए आ विपक्षी गठबंधनक बीच नहिं होयत, बल्कि विकास आ मात्र नारा देनिहारक बीच होयत।”

कांग्रेस नेता राहुल गाँधीक ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर ओ कहलनि, “नेहरू-गाँधी परिवारक उत्तराधिकारीकेँ एहन मार्च करबाक कोनो अधिकार नहिं अछि कियैक तँ १९४७ मे देशक विभाजनक लेल हुनक पार्टी जिम्मेदार छल।”

सरकार द्वारा संसदमे प्रस्तुत श्वेतपत्रपर शाह कहलनि, “ई आवश्यक छल, किएक तँ देशकेँ ई जानबाक पूरा अधिकार अछि जे २०१४ मे सत्ता हारबासँ पहिने कांग्रेसक नेतृत्ववला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की सभ गड़बड़ी कयलक।” दस साल बाद हमर सरकार अर्थव्यवस्था केर पुनर्जीवित केलक अछि। विदेशी निवेश आबि गेल अछि आ कोनो भ्रष्टाचार नहिं अछि। तेँ श्वेत पत्र प्रकाशित करबाक इएह सही समय अछि।

नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) पर अमित शाह कहलनि जे चुनावसँ पहिने अधिसूचना आबि जायत। एहि संबंधमे नियम जारी केलाक बाद लोकसभा चुनावसँ पहिने एकरा लागू कयल जायत। ओ स्पष्ट कयलनि जे सीएए केकरो नागरिकता छीनबाक कानून नहिं अछि। हमर मुसलमान भाईकेँ गुमराह कएल जा रहल अछि। उकसाएल जा रहल अछि। सीएए मात्र पाकिस्तान, अफगानिस्तान आ बांग्लादेशमे उत्पीड़नक सामना कऽ भारत आयल लोकसभकेँ नागरिकता देबाक लेल अछि। ककरो भारतीय नागरिकता छीनब कोनो कानून नहिं अछि।

अयोध्यामे राम मन्दिरक मुद्दा पर ओ कहलनि जे देशक जनता ५००-५५० वर्ष धरि मानैत छल जे जतय भगवान रामक जन्म भेल छल ओहि ठाम मन्दिर बनबाक चाही। लेकिन, तुष्टिकरणक राजनीति आ कानून व्यवस्थाक हवाला दैत राम मंदिरक निर्माणक अनुमति नहिं देल गेल।

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