बिहारमे अगिला साल विधानसभा चुनाव हेबाक अछि। अखिलेश प्रसाद सिंहकेँ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनलाक लगभग २२ महीना बीत चुकल अछि, मुदा ओ राज्य समितिक गठन नहिं कऽ सकल छथि। कहल जा रहल अछि जे पार्टी आलाकमानक नजरि हालक समयमे बिहार संगठन पर अछि।
एहेन मानल जाइत अछि जे आलाकमान सङ्गठनकेँ बिना कोनो विवाद आ विघटनक चुनावी राजनीतिक अनुकूल बनयबाक लक्ष्य निर्धारित कयलक अछि।
हालक दिनमे कांग्रेस आलाकमान भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई)क बिहार प्रदेश अध्यक्ष जयशंकर प्रसाद आ अल्पसंख्यक विभागक प्रदेश अध्यक्ष ओमैर खानकेँ नियुक्त कयलक अछि। ई एकटा स्पष्ट संदेश अछि जे आबयवला समयमे बहुत रास नामांकन भऽ सकैत अछि। कहल जाइत अछि जे आलाकमान एहि नियुक्तिक सम्बन्धमे राज्य नेतृत्वसँ परामर्श तक नहिं कयलक।
दरअसल, प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह पहिल अध्यक्ष नहिं छथि जे एतेक समयमे राज्य समिति नहिं बना सकलाह। एहिसँ पहिने मदन मोहन झा सेहो राज्य समितिक गठन तक नहिं कऽ सकल छलथि। एहि बीच लोकसभा आ विधानसभा चुनाव सेहो भेल। एहि दौरान यद्यपि चुनाव समिति कार्यशील रहैत अछि। मुदा आलाकमानक मानब छनि जे राज्य समितिक अनुपस्थितिक कारण एहि चुनावमे अपेक्षित परिणाम नहिं भेटल।
कांग्रेसक सूत्रक कहब छनि जे प्रदेश अध्यक्ष कोनो जोखिम नहिं लेबय चाहैत छथि। ओ जनैत छथि जे राज्य समितिक गठनक बाद गुटबाजी उभरत। एहि स्थितिमे कांग्रेस आलाकमान स्वयं एहेन चेहरा सामने लाबि रहल छथि जे पार्टीक प्रति जुझारू आ निष्ठावान होय।
वास्तवमे, कांग्रेस नेतृत्वकेँ एकर एहसास तखनि भेल जखनि कांग्रेसक दूटा विधायक मुरारी गौतम आ सिद्धार्थ सौरव पार्टीसँ अलग भऽ राजगक सङ्ग गठबन्धन कयलनि। कांग्रेसक नेता लोकनि सेहो दबि कऽ स्वीकार करैत छथि जे यदि सङ्गठन प्रभावी पहल करैत तँ ई नेता पार्टीक सङ्ग रहितथि।
कांग्रेसक नेतालोकनिक ईहो मानब छनि जे पार्टी नेतृत्व छात्र सङ्गठन आ अल्पसंख्यक विभागमे अपन अनुकूल लोक आनि कार्यपद्धतिमे बदलावक सङ्केत देलक अछि। आब ई देखबाक बात होयत जे आगाँ कोन पद पर नियुक्ति होइत अछि।