प्रचंड गरमीक बीच बिजलीक बढ़ैत माँगकेँ पूरा करबाक लेल ताप विद्युत सन्यन्त्रसभमे १९ दिन धरि उत्पादन जारी रखबाक लेल पर्याप्त कोयला अछि। कोयला मंत्रालय शनिकेँ ई जानकारी देलक।
गर्मीक लहरिक कारण पूरा उत्तर भारतमे भीषण गर्मी अछि, जाहि कारणेँ भारतमे ऊर्जाक माँग २५० गीगावॉटक सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुँचि गेल अछि।
एहन स्थितिमे बिजलीक माँगकेँ पूरा करबाक लेल सरकार बिजली सन्यन्त्रसभकेँ निर्बाध कोयलाक आपूर्ति सुनिश्चित कऽ रहल अछि। एहि कारणेँ बिजली उत्पादनक लेल बिजली सन्यन्त्रक लग पर्याप्त कोयला उपलब्ध अछि।
मंत्रालय कहलक जे ताप विद्युत संयंत्रमे ४५ मीट्रिक टनसँ बेसी कोयलाक भंडार अछि, जे पछिला सालक तुलनामे ३० प्रतिशत बेसी अछि। एहि कोयलाक सहायतासँ १९ दिन धरि बिजलीक माँग सहजतासँ पूरा कयल जा सकैत अछि।
मइ मासमे ताप विद्युत सन्यन्त्रमे प्रतिदिन लगभग १०,००० टन कोयलाक खपत होइत अछि।
कोइला उत्पादनमे सालाना आधार पर ८ प्रतिशतक वृद्धि दर्ज कयल गेल अछि। खदानमे १०० मीट्रिक टनसँ बेसी भंडार पड़ल अछि। एहि कारणेँ ऊर्जाक उत्पादनक लेल पर्याप्त कोयला उपलब्ध अछि।
रेल मंत्रालय सेहो रेलवे रेक्सक दैनिक उपलब्धतामे ९% केर वृद्धि सुनिश्चित कयलक अछि।
मंत्रालय कहलक, “पहिने कोयलाक परिवहन मात्र पारादीप बन्दरगाहक माध्यमसँ होइत छल, मुदा आब सरकारक कोयला रसद नीतिक अन्तर्गत धामरा आ गंगावरण बन्दरगाहसँ सेहो कोयलाक परिवहन कयल जा रहल अछि।
मंत्रालय आगू जनओलक जे मानसून सीजनकेँ देखैत सेहो तैयारी शुरू कऽ देल गेल अछि आ ४२ मीट्रिक टनसँ बेसी कोयला भंडारणमे राखल जायत।