अयोध्यामे रामललाक प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रमके देखैत, सुरक्षाक तमाम उपाय कएल गेल अछि। काल्हि साँझेसँ 23 तारीख धरिके लेल अयोध्याक सीमा, सील क’ देल गेल, मतलब, कियो एहिना अयोध्याक सीमामे प्रवेश नहि क’ सकत। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रममे आमंत्रित अतिथि मात्र, अयोध्यामें प्रवेशक अधिकारी छथि जिनका, पास देखिए क’ प्रवेश कराओल जाएत। अयोध्यामे रामललाक भव्य मंदिरक उद्घाटन कार्यक्रम लेल, देश विदेशक अनेको संत, महापुरुष एवं प्रसिद्ध व्यक्तिकें आमंत्रित कएल गेल अछि। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्रक महासचिव चंपत राय द्वारा कहल गेल कि, प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रममे आमंत्रित विशिष्ट लोकक सूची तैयार कएल गेल अछि। जाहिमे, लगभग चारि हजार संत संगहि अढाई हजार सामाजिक सरोकार रखनिहार लोक शामिल छथि। मंदिर आंदोलनमे अप्पन प्राण न्योछावर कएनिहार राम भक्तक वंशजके सूचीमे जोड़बाक प्रयास सेहो कएल गेल अछि। एहि सभक अतिरिक्त, खेल जगत, कला, साहित्यकार, भूतपूर्व सैनिक, सेवानिवृत पुलिस अधिकारी, देशक महत्वपूर्ण मंदिरक प्रतिनिधि, राम जन्मभूमि मंदिरके लेल बलिदानीक वंशज, अनुसूचित जाति, जनजाति आ घुमंतू जाति, बनवासी संगहि सामाजिक सरोकार रखनिहार लगभग अढाई हजार लोकक चयन करैत, हुनकर सभक एकटा सूची बनाओल गेल अछि। आमंत्रित प्रमुख व्यक्तित्वमे, पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा, मनमोहन सिंहक संगक संग – संग कांग्रेस नेता राहुल गाँधी आ सोनिया गाँधी सेहो शामिल छथि। महासचिव चंपत रायके अनुसार, काशी विश्वनाथ, वैष्णो देवी सनक प्रसिद्ध मंदिर आ धार्मिक तथा संवैधानिक संस्थाक प्रमुखके सेहो आमंत्रित कएल गेल अछि। सामाजिक सरोकार रखनिहार प्रमुख व्यक्तिमे, धर्म गुरु दलाई लामा, केरलक माता अमृतानंदमई, योग गुरु रामदेव, सिनेमा जगतसँ रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, आ प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, प्रसिद्ध पेंटर वसुदेव कामत, इसरोके डायरेक्टर नीलेश देसाई समेत अनेको प्रमुख व्यक्तित्वकेँ एहि कार्यक्रम लेल आमंत्रित कएल गेल अछि। पौराणिक रूपसँ त’ अयोध्या महत्वपूर्ण अछिए, मुदा आब अयोध्या संगहि आस – पासक क्षेत्रमे चलि रहल विकास कार्य, अयोध्याके एकटा, व्यावसायिक पहचान सेहो प्रदान क’ रहल अछि। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव त’ 22 जनवरीके पीएम मोदीक उपस्थितिमे संपन्न होयत मुदा, ओहि सभसँ पहिनहि पीएम मोदी द्वारा 30 दिसंबरके, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा आ अयोध्या रेलवे स्टेशनक लोकार्पण संपन्न कराओल जा चुकल अछि। अयोध्या धामक विकास लेल पीएम मोदी हजारो करोड़ रुपैयाक विकास योजनाक घोषणा सेहो कएलनि, जाहि पर तीव्र गतिसँ कार्य चलि रहल अछि। मुदा अयोध्यामे राम मंदिरमे रामललाक प्राण प्रतिष्ठा आ मंदिर उद्घाटनके ल’ क’ नेता सभक बयान सेहो सोझा आयल। विपक्षी गठबंधनक अनेको नेता अप्पन विवादित वक्तव्यसँ, समाजक एकटा पैघ वर्गक आस्थाके आहत करबाक प्रयास सेहो कएलनि। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रमक बहिष्कार लगभग हर विपक्षी पार्टी द्वारा कएल जा रहल अछि, एहि कार्यक्रममे विपक्षक कोनो वरिष्ठ नेता शामिल नहि भ’ रहल छथि। आस्था पर वोटबैंक कतेक प्रभावी होयत ई, त’ चुनाव उपरांत ज्ञात होयत मुदा, एखन कांग्रेस सहित कोनो आन विपक्षी दल, देशक अल्पसंख्यक जनसँख्याके आहत करबाक जोखिम नहि उठा रहल अछि। भाजपा पर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रमके बहन्ने राजनीति करबाक आरोप लगाओल जा रहल छैक, जहनकि, भाजपा लेल राम मंदिरक निर्माण, एकटा चुनावी वचन सदिखन रहल अछि। कठिन संघर्ष आ वर्षो वर्षक प्रतीक्षाक उपरांत आब ओ क्षण आबि गेल अछि, जहन प्रभु श्रीराम टेंट त्यागी अप्पन भव्य मंदिरमे प्रतिष्ठित भेल छथि। उत्तरप्रदेशमें भाजपाक सरकार छैक, आ केन्द्रमे सेहो भाजपा सत्तामे अछि। त’ एहि विषय पर भाजपाक राजनीति कोनो आश्चर्यजनक विषय नहि छैक, भारतीय राजनीतिमे श्रेय लेबाक आतुरता, हर दल आ हर राजनेतामें रहलैक आ एखनहुँ व्याप्त छैक। त’ मंदिर विषय पर भाजपा जहन श्रेय लेबाक प्रयास क’ रहल अछि त’ स्वाभाविक छैक। भाजपा जौं श्रेय लेबाक प्रयास नहियो करए त’ जनता आ भाजपाक सहयोगी संगठन जबरदस्ती एहि सभक श्रेय भाजपाके प्रदान करत, इहो तय अछि। सर्वोच्च न्यायलयक आदेश आ मंदिर निर्माणमे भाजपा द्वारा कएल गेल प्रयास जगजाहिर अछि। एहि तरहक प्रयास जौं पहिनहि भेल रहैत त’ मंदिर भरिसक पहिनहि बनि गेल रहैत, ई सभकेँ बुझल छैक। तैं, एहि कार्यक्रम आ मंदिर निर्माण पर भाजपा द्वारा कएल जा रहल राजनीति, कोनो छगुन्ताक गप्प नहि। मंदिर तीर्थक्षेत्र आ जन्मभूमि ट्रस्ट की कएलक आ कतेक हद धरि करैत, इहो सभकेँ बुझल छैक, आई जे अयोध्यामें कार्य भ’ रहल अछि, ओ ट्रस्ट बुते संभव नहि छल, निश्चित रूपसँ एहि लेल राज्य आ केंद्र सरकारक प्रयास आ योजना कारगर सिद्ध भेल अछि। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रमक उपरांत पीएम मोदी आगामी लोकसभा चुनावक प्रचार लेल बहरएताह त’ इहो तय अछि कि, 2024 के चुनावमे भगवा दल एहि विषयके ल’ क’ जनताक मध्य अवश्य जाएत। लोकसभा चुनावके देखैत पीएम मोदी आ केन्द्रक हर निर्णय, राजनीतिसँ प्रेरित होयत इहो तय अछि, आ भाजपा ओहि तमाम उद्घाटन संगहि एहि तरहक तमाम कार्यक्रमके बहन्ने राजनीतिक लाभ उठएबाक प्रयत्न करत, इहो निश्चित अछि। आखिर भाजपा सेहो एकटा राजनीतिक दल अछि, आ भाजपा के सेहो राजनीति करबाक छैक। त’ विपक्षक कोनो आरोप पर ध्यान नहि दैत, भाजपा नेता लोकसभा चुनावक तैयारीमे जी – जानसँ जुटल छथि। विपक्ष कतबौह आरोप लगाबय कि, भाजपा धार्मिक गतिविधिके राजनीतिक रंग देबाक प्रयास करैत अछि, मुदा भाजपा पर एकर कोनो असैर होइत नहि देखल जाइत अछि। विपक्ष भले एहि तरहक कार्यक्रमसँ दूर रहए मुदा भाजपा लोकक धार्मिक आस्थाक सम्मान करैत एहि तरहक कार्य पर अप्पन ध्यान केंद्रित कएने रहत। भाजपा लग अवसर सेहो छैक आ एखन बहुत किछु आओर करबाक शेष सेहो छैक। देशमे धर्म पर राजनीति, जे विगत किछु दशकसँ शुरू भेल अछि ओ आगूओ जारी रहत ई तय अछि। किएक त’ भजपा, धर्मके लोकक आस्थाक संग संग अर्थव्यवस्थासँ सेहो जोड़बाक प्रयास क’ रहल अछि। अयोध्यामें भव्य राममंदिर बनल, संग – संग अयोध्याके वैश्विक मानचित्र पर रेखांकित करबाक लेल अयोध्यामे तमाम विकास कार्य सेहो शुरू भेल अछि। सड़क, रेल आ हवाई अड्डाक संग – संग तमाम तरहक औद्योगिक विकास कार्य शुरू अछि आ निकट भविष्यमे उत्तरप्रदेशक पर्यटन उद्योगमे, अयोध्याक महत्वपूर्ण भागीदारी सुनिश्चित भ’ सकए ताहि हेतु तमाम प्रयास कएल जा रहल अछि। अयोध्या नगरीमे सुरक्षाक तमाम उपाय कएल गेल अछि, अयोध्या नगरीके पर्यटक आ श्रद्धालुके लेल हर तरहेँ सजाओल गेल अछि। एहि सभसँ हटि क’ यूपी सरकार, राम भक्त लेल हेलीकॉप्टरसँ अयोध्या धामक दर्शन करएबाक योजना पर कार्य क’ रहल अछि। सरकार, प्रदेशक छ जिलासँ हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध करएबाक योजना पर आगू बढ़ि चुकल अछि। कहल जा रहल अछि कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हेलीकॉप्टर सेवाक शुरुआत लखनऊसँ करताह। पीएम मोदी अप्पन हर आयोजनमे, देशवासी एकसूत्रमे जोड़बाक प्रयास करैत देखल जाइत छथि, जी 20 शिखर सम्मेलनमे सेहो देशक हर भागक सामग्री शामिल करैत देशके एकसूत्रमे बन्हबाक प्रयास कएलनि जे सराहनीय छल। तहिना, राममंदिर निर्माण कार्यमे सेहो देशक विभिन्न स्थानक सामग्रीक उपयोग कएल गेल अछि, आब प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रममे सेहो एहि तरहक प्रयास सफल भ’ रहल अछि। मंदिर निर्माणसँ प्राण – प्रतिष्ठा धरिक कार्यमे कतौहसँ पाथर मँगाओल गेल त’ कतौहसँ घंटी, त’ कतौहसँ अगरबत्ती आनल गेल त’ कतौहसँ पूजन सामग्री। तात्पर्य ई जे, ई प्राण – प्रतिष्ठा कार्यक्रम सभक अछि, एहि तरहक भावनासँ कार्य भ’ रहल अछि। माता सीताक धरती मिथिलासँ गृहप्रवेशक निमित्त भार आयल त’ प्रभु श्रीरामक नानीगाम छत्तीसगढ़सँ सनेश पठाओल गेल। आब पीएम मोदी जहन स्वयं कठिन तप करैत प्राण-प्रतिष्ठासँ पूर्व होबयवला अनुष्ठानके यम नियमक पालन क’ रहल छथि आ एहि क्रममे ओ देशक विभिन्न मंदिर – मंदिर घुमि रहल छथि त’ देशवाशी सेहो स्वयंके, एहि आयोजनमे सम्मिलित करबाक प्रयास स्वयं क’ रहल अछि। देशक हर भागमे ’22 जनवरीके प्राण प्रतिष्ठाके ल’ क’ श्रीराम ज्योति जरएबाक नियार अछि। देशक घर-घर आ हर मंदिरमे ई श्रीराम ज्योति जरैबाक योजना पर कार्य, संपन्न भ’ चुकल अछि। अयोध्यामे भव्य राम मंदिरमे प्राण-प्रतिष्ठाक आयोजन, करोडो लोकक लेल भक्ति आ आस्थासँ भरल क्षण अछि, जे लगभग पांच सौ वर्षक प्रतीक्षा आ कठिन संघर्षसँ प्राप्त भेल अछि। त’ देशमे उत्सव मनाएब स्वाभाविक अछि। देश एखन राममय भेल अछि आ एहि भक्तिमय वातावरणके ऐतिहासिक बनएबाक प्रयास, स्वयं पीएम मोदी द्वारा कएल जा रहल अछि। आमंत्रित अतिथिक सूचीमे सेहो सामंजस्य आ क्षेत्रीयताक दर्शन होइत अछि, हर वर्ग आ हर क्षेत्रसँ विशिष्ट अतिथिके आमंत्रित कएल गेल अछि। मतलब, पीएम मोदी एहि ठाम सेहो, अप्पन गणित बैसएबाक प्रयास कएलनि। एखन किछु दिनसँ पीएम मोदी सोशल मिडिया एप्प्स एक्स पर नियमित रूपसँ एकटा – दूटा राम भजन पोस्ट करैत देखल जाइत छथि। पीएम मोदी द्वारा शेयर कएल गेल ओ भजन अत्यधिक लोकप्रिय भ’ रहल अछि, संगहि ओहि नवोदित भजन गायक लेल ई एकटा गर्वक विषय सिद्ध होइत अछि। कहबाक तात्पर्य ई जे, पीएम मोदीक हर कार्य, आनसँ थोड़ेक भिन्न होइत अछि जे हुनकर लोकप्रियतामे चारि चान लगबैत अछि। पीएम मोदी, एखन देशवासीकेँ धर्म आ आस्थाक महत्व बुझएबाक प्रयासमे छथि, जाहिमे ओ बहुत हद धरि सफल सिद्ध भेल छथि। विपक्षी पार्टी एहि सभसँ दूर रहबाक प्रयास त’ क’ रहल अछि, मुदा कतेक समय धरि, आ कतय धरि भागत, एहि पर संशय अछि। किएक त’ भाजपाक सहयोगी संगठन, विश्व हिन्दू परिषद्, कहि रहल अछि कि, वर्ष 2024, विश्व हिंदू परिषदके लेल अत्यंत महत्वपूर्ण होबय जा रहल अछि। पहिल, राम मंदिरक प्राण प्रतिष्ठा आ दोसर विहिपक स्थापनाक 60 वर्ष सेहो पूर्ण होबय जा रहल अछि। विहिपक संकल्प पत्रके अनुसार परिषद एहि वर्षमे संगठन विस्तार पर विशेष रूपसँ कार्य करत। विहिप, मंदिरके सरकारी नियंत्रणसँ मुक्त करएबाक योजना पर सेहो कार्य क’ रहल अछि। विहिप द्वारा कहल गेल अछि कि, हिंदू समाज, अयोध्या, काशी आ मथुराक मंदिरके लेल संकल्पित अछि। अयोध्यामे राम मंदिरक प्राण प्रतिष्ठाक संग तीनमे सँ एक संकल्प पूर्ण होबय जा रहल अछि। त’ विहिपक योजना छैक कि, 22 जनवरीके उपरांत हिंदू समाज, अप्पन शेष मंदिरके लेल प्रयास करए। राम मंदिर आब लगभग बनि क’ तैयार अछि, आ 22 जनवरीके बाद भक्त आ श्रद्धालुक दर्शन लेल खोलि देल जाएत। मुदा भाजपा लग एखनहुँ अनेको एहेन मुद्दा उपलब्ध छैक, जे भाजपा लेल संजीवनी सिद्ध भ’ रहल अछि। काशीक ज्ञानवापी मुद्दा संगहि मथुरामे कृष्ण जन्मभूमिसँ सटल शाही ईदगाह मस्जिदक मामिला, न्यायालयमें अछि। ओना, मथुराक कृष्ण जन्मभूमि पर एखन किछु कहल नहि जा सकैत अछि। किएक त’ सर्वोच्च न्यायालय द्वारा, मथुरामे कृष्ण जन्मभूमिसँ सटल शाही ईदगाह मस्जिदके, न्यायालयक निगरानीमे सर्वेक्षणक अनुमति देबयवला, इलाहाबाद हाईकोर्टक आदेश पर मंगलदिन रोक लगा देल गेल। जस्टिस संजीव खन्ना आ जस्टिस दीपांकर दत्ताक पीठ द्वारा 14 दिसंबर 2023 के आदेशके क्रियान्वयन पर रोक लगा देल गेल, जाहिसँ मस्जिद परिसरक सर्वेक्षण, न्यायालयक निगरानीमे करएबा पर सहमति व्यक्त कएल गेल छल। आब बाँचल काशी, त’ शीर्ष न्यायालय द्वारा, ज्ञानवापी मस्जिदमे पानिक टंकी (वज़ूखाना) के साफ – सफाई करबाक अनुमति देल गेल अछि, आ साफ सफाईयक कार्य शुरू सेहो भ’ गेल अछि। प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला आ जस्टिस मनोज मिश्राक पीठ द्वारा वाराणसीक जिला मजिस्ट्रेटक निगरानीमे ओहि पानिक टंकीक सफाई कएबाक आदेश देल गेल अछि। सर्वोच्च न्यायालय, मस्जिद परिसरक वजूखानाके संरक्षित रखबाक आदेश पहिनहि देने अछि। हिंदू पक्षक दावा अछि कि, एहि ठाम पहिने एकटा मंदिर छल, आ 17म शताब्दीमे मुगल सम्राट औरंगजेबक आदेश पर एकरा ध्वस्त क’ देल गेल छल। कहबाक तात्पर्य ई जे देशमे आब धर्म आ राजनीति दुनू एक्कहि संग चलत, किएक त’ जे ठप्पा विपक्ष द्वारा भाजपा पर लगाओल गेल अछि, ओ भाजपा लेल संजीवनी सिद्ध भ’ रहल अछि आ भाजपा सेहो एकरा त्यागब कखनहुँ उचित नहि बुझत। काशी मथुरा विवाद पर एखन भाजपाक सहयोगी संगठन द्वारा प्रयास कएल जा रहल अछि, मुदा कतेक दिन धरि भाजपा पाछा रहत ? देर सबेर भाजपा, फ्रंटफुट पर आबि खेलबे करत, ई तय अछि।