प्रत्येक एक सय सभासद पर एक गोटेकेँ “पच्चीस हजार सशुल्क सम्मानोपाधि’ आयोजन
ओना तऽ मिथिलावासीकेँ ‘मैथिली अखबारे’ गौरव बोध अछि आ एहि लेल सभक कर्त्तव्य बनय केर चाही जे ई सदा अखंड रहय। तथापि मैथिली अखबार मिथिलावासीक लेल सतत किछु ने किछु करय, ताहि लेल प्रयासरत रहैत अछि, फलतः ई ‘सभासद योजना’ परस्पर उत्थानक लेल प्रस्तुत कयलक अछि।
कनी सकारात्मक सोचक संग प्रयास करबै तऽ सभासद बनयमे कोनो कठिनाई नहिं छैक। सभासद बनय केर लेल मात्र दस टा सालाना मेंबरशिप तऽ दियाबय केर छैक, मात्र १२५ टाका सालक मेंबरशिप छैक, एहि लेल किनको तैयार करयमे कतेक दिक्कत भऽ सकैछ ? परिवारे-कुटुम्बे ओ मित्र वर्गमे एक दिनक प्रयाससँ पुरि जयथिन। एकटा कोनो पारिवारिक मांगलिक आयोजन वियाह आदि करैत छी तऽ कतबो छाँटैत छी तऽ कमसँ कम डेढ़-दू सय गोटेक सूची बनैत अछि, तऽ की मोन देबै तऽ ओहीमेसँ दस गोटे मैथिली अखबारक एहि नाममात्र मेंबरशिपक लेल तैयार नहिं हेथिन ?
आब एकर परस्पर लाभ देखू :-
०१) एहिसँ अखबार केर मजगूती भेटतैक, मैथिली अखबारक निरंतरतासँ मिथिलावसी ओ मिथिला-मैथिलीक कतेक उत्कर्ष भऽ सकैत अछि, से सभ सोचि सकैत छी आ एकर चर्चा कतेक बेर भेल अछि।
०२) प्रत्येक मात्र एक सय सभासद पुरला पर एकटा ‘पच्चिस हजार सशुल्कक संग सम्मानोपाधि’ आयोजनसँ प्रतिभावान किनको तात्कालिक एकटा मजगूती भेटत, आ सभक सहयोग मनोयोगसँ होयत तऽ प्रति एक सय सभासद पर एकटा ई ‘सशुल्क सम्मानोपाधि आयोजन हेतै, जे सालमे दसो टा भऽ सकैत छैक वा अधिको। तऽ ताहिसँ कतेक गोटेकेँ प्रोत्साहन भेटतनि से सोचि सकैत छी।
०३) तेसर ई शुरुआतक किछु लाभ बतेलौंह, ई मैथिली अखबार किछु सिद्ध करय लेल प्रस्तुत छैक, तें सदा किछु ने किछु मिथिलावासीक लेल करय केर कतेको योजना छैक, मुदा ताहि लेल कनी-कनी कऽ मिथिलावासीकेँ हाथ लगबय पड़त।
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जँ जल्दी सभ बुझि गेलौंह एहि बातकेँ आ प्रथम एक सय सभासद जल्दी पुरि गेल तऽ एहि मैथिली अखबारक तेसर स्थापना दिवस २६ दिसंबर २०२३ कऽ “प्रथम पच्चीस हजार सशुल्क सम्मानोपाधि’ आयोजन राखल जयतैक। जँ बुझै जाय बातकेँ तऽ मिसिया भरि प्रयास करी, आ पसारी एहि बातकेँ कारण पहिल आयोजन (२६ दिसंबर) केर लेल समय बहुत कम बाँचल छैक, युद्ध स्तर पर प्रयास करय पड़तैक।
सादर मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (राष्ट्रीय मैथिली दैनिक )