बिहार पुलिस यातायात नियमक उल्लंघन करयवलाकेँ पंजीकृत डाकक माध्यमसँ ई-चालान भेजबाक निर्णय लेलक अछि। एकटा वरिष्ठ अधिकारी इ जानकारी देलनि। यातायातक अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) सुधांशु कुमार बतौलनि जे पटनामे हालमे यातायात नियमक उल्लंघनकर्ताकेँ पंजीकृत डाकक माध्यमसँ ई-चालान भेजय केर व्यवस्था शुरू कयल गेल अछि।
एडीजी कहलनि “यातायात नियमक उल्लंघन करयवला चालककेँ एसएमएसक माध्यमसँ ई-चालान पठयबाक व्यवस्था ठीकसँ काज नहिं कऽ रहल अछि। एकर मुख्य कारण ई अछि जे उल्लंघनकर्ता बेर-बेर मोबाइल फोन नंबर बदलैत रहैत छथि। ई एकमात्र कारण अछि जे हम पंजीकृत डाकक माध्यमसँ यातायात नियमक उल्लंघनकर्तासभकेँ ई-चालान भेजबाक निर्णय लेलौंह अछि।”
ओ आगू कहलनि “हम सभ किछु दिन पहिने पटनामे ई व्यवस्था शुरू कयने छलहुँ। आब हम सभ जिलामे एकरा लागू करय चाहैत छी। एडीजी ट्रैफिक कहलनि जे पंजीकृत डाक द्वारा ई-चालान भेजबाक लागत यातायात नियमक उल्लंघन करयवलासँ वसूल कयल जा सकैत अछि।
आगू ओ कहलनि “एहि समय यातायात पुलिस एकर खर्चा उठा रहल अछि, मुदा यातायात उल्लंघनकर्तासभकेँ पंजीकृत डाकक माध्यमसँ चालान पठयबाक लागत वसूल करबाक लेल हम सक्षम प्राधिकारीसँ अनुमति मँगने छी।”
बिहारमे यातायात नियमक उल्लंघनक लेल प्रतिदिन औसतन ३,००० ई-चालान/नोटिस जारी कयल जाइत अछि। आँकड़ाक विश्लेषण (यातायात पुलिसक लग उपलब्ध) सँ पता चलैत अछि जे राज्यमे प्रतिदिन जारी कयल जायवला कुल ई-चालानमेसँ आधाक पर्यंत भुगतान नहिं होइत अछि।