बिहारमे आइ फ्लोर टेस्ट होयत। ओना तऽ प्रत्यक्ष रुपसँ एनडीए केर बहुमत देखा रहल अछि, मुदा कहीं किछु भेल तऽ नहिं भेल, एहि शंकासँ किनारा नहिं कयल जा सकैछ, कारण पर्दाक पाछू बहुत रास प्रयास सभक आहट छैक।
बहुमतक आंकड़ा बिहार विधानसभामे १२२ अछि, नीतीश कुमार राज्यपालकेँ १२८ विधायकक समर्थन पत्र सौंपने छथि। ओतहि महागठबंधन लग ११५ टा विधायक अछि, अर्थात जादूई आंकड़ासँ मात्र ७ कम, जखनि कि एनडीए लग मात्र ६ टा बेसी अछि। आब एही ६-७ केर खेला भऽ रहल छैक, जँ विधायक सभ सेहो पलटासन करताह तऽ किछु भऽ सकैछ।
राजद अपन सभ विधायककें पटनामे पुर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादवक ५ देशरत्न आवास पर तीन दिनसँ सुरक्षित रखने अछि। कांग्रेस आ लेफ्ट आदिक विधायक सेहो पहुंचयवाला छल। यद्यपि हवामे कांग्रेसक विधायकक टूटब केर बात सेहो छल वा अछि।
नीतीश सरकारक मंत्री श्रवण कुमारक घर पर भेल भोजमे छःटा विधायक अनुपस्थिति रहल, भलेही विभिन्न कारण तकर बताओल गेल, मुदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज भऽ भोजसँ किछुए मिनटमे चलि गेलाह।
ओम्हर तुरुपक एक्का जीतन राम मांझीसँ माले विधायक महबूब आलम आ सत्यदेव राम भेंट कयलाह, जिनका दूत मानल जा रहल अछि, मुदा मांझी कहलनि “हम मोदीक संग छलहुँ, छी आ रहब, कोनो कुर्सीक प्रलोभन डिगा नहिं सकैछ।”
दोसर तरफ राजद सांसद मनोज झा चुनौती देलनि अछि जे फ्लोर टेस्टसँ पहिने नीतीश कुमार स्पीकरकेँ हटा कय देखाबैथ। ओ १२२ केर आँकड़ा समझाबैत कहलनि जे स्पीकर केर हँटबय लेल १२२ केर आँकड़ा चाही, से पहिने नीतीश कुमार आनि कय देखाबैथ। अर्थात राजदक स्पीकर नीतीश कुमारक सिरदर्द फ्लोर टेस्ट तक बनले रहतनि।
मुदा जदयू सेहो दांव चलि देने अछि, फ्लोर टेस्टसँ पहिने राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर अपन कानूनी सलाहकारकेँ बदलि देलनि। कृष्ण नंदन सिंहकेँ चीफ लीगल एडवाइजर आ राजीव रंजन पाण्डेयकेँ लीगल एडवाइजर कम रिटेनर त्वरित प्रभावसँ बनाओल गेल अछि। एकरा एहि रुपसँ देखल जा रहल अछि जे जँ संवैधानिक संकट आओत तऽ तकरा ठिकसँ डील कयल जाय।
ओम्हर आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी दावा कयलनि अछि जे “आपरेशन लोटस पर आपरेशन लालटेन भारी पड़त।”
आब जे होयत से भेलाक बादे ज्ञात, मुदा आइ राजनीतिक पारा बिहारमे शीर्ष पर अछि।