मधुबनी जिलान्तर्गत मिथिलाक ग्रामीण क्षेत्र सिजौलमे स्थापित संदीप विश्वविद्यालयमे पहिल किसान मेलाक आयोजन सम्पन्न भेल। ई मेला मिथिला ग्रामीण क्षेत्रक किसानक लेल स्वर्णिम अवसर उपलब्ध करेबाक प्रयासक दिशामे मजगुत डेग अछि। किसान मेलाक शुभारंभ दीप प्रज्वलन तथा वैदिक मंत्रोच्चारणक संग प्रारम्भ भेल। सभाक अध्यक्षता संदीप विश्वविद्यालयक कुलपति प्रो० समीर कुमार वर्मा कयलनि। मुख्य अतिथि पद्मश्री श्रीमती दुलारी देवी, अतिविशिष्ट अतिथि विश्वविद्यालयक संस्थापक डाॅ० संदीप झा, विशिष्ट अतिथि डायरेक्टर आर्यन झा तथा आमंत्रित अतिथिगणमे महेश्वर ठाकुर, डाॅ० इन्दूशेखर सिंह (डायरेक्टर, मखान अनुसंधान केन्द्र, दरभंगा), कृषि वैज्ञानिक डाॅ० राहुल सिंह राजपूत (कृषि विज्ञान केन्द्र, बसैठ), धनंजय सिंह (दुग्ध उत्पादन विकास पदाधिकारी, मधुबनी) समेत अनेकों गणमान्य अतिथि उपस्थित भऽ आयोजनक शोभा वर्द्धित कयलनि। पद्मश्री श्रीमती दुलारी देवीकें डाॅ० संदीप झा मिथिलाक पारम्परिक परिधान पाग, दुपट्टा एवम् नवजात कुसुम पौधा दऽ स्वागत कयलनि। विश्वविद्यालयक छात्र/छात्रा द्वारा अतिथिगणकें स्वागतगान कय स्वागत कयल गेल।
किसान मेलाक एहि आयोजन पर उपस्थित जनसमुदायकें स्वागतक संग सम्बोधित करैत डाॅ० संदीप झा कहलनि जे ई आयोजन मिथिलाक किसानक प्रति समर्पित आयोजन अछि। कृषि विश्वक प्राचीनतम व्यवस्था थिक। भारत कृषि प्रधान देश अछि। एहिठामक अर्थव्यवस्थाक मुख्य आधार कृषि रहल अछि। जतय धरि कृषि क्षेत्रमे मिथिलाक योगदानक चर्चा करी, पूर्व समय एहिठामक घरेलू अर्थव्यवस्था अत्यन्त समुन्नत एवम् समृद्धशाली छल। आजादीक पूर्व मिथिलामे जूट मिल, चीनी मिल, पेपर मिल आदिक कुशल संचालनक फलस्वरूप किसानक आर्थिक सम्पन्नता बहुत बेसी छल। मिथिलाक ग्रामीण समाज सुखमय जीवन व्यतीत करैत छलाह। मुदा आजादीक उपरांत शनै: शनै: सभ मिल बन्द होएत चलि गेल। जकर दुष्परिणाम भेल जे, जे मिथिला अत्यन्त समृद्धशाली छल, एहिठामक निवासी सुखपूर्वक जीवनयापन करैत छलाह, रोजगारक अभावमे बहुत बेशी संख्यामे पलायन करय लगलाह। गामक गाम सुनसान एवम् विरान भऽ गेल। परिणामस्वरूप मिथिलाक सुदृढ़ अर्थव्यवस्था कमजोर होमय लागल। संदीप विश्वविद्यालय किसानक आजीविका तथा पोषण सुरक्षामे गुणातीत परिवर्तन आनबाक प्रति संकल्पबद्ध भेल अछि।परिणामस्वरूप किसान मेला आयोजित कयल गेल। डाॅ० झा कहलनि जे ग्रामीण किसानकें आधुनिक कृषि यंत्र, समुन्नत बीज, बेहतर खाद तथा कृषि क्षेत्रमे नित्य नव परिवर्तनकारी प्रयोगक विषयमे जानकारी उपलब्ध करेबाक लेल सजग अछि। मिथिलाक पावन भूमि कृषि योग्य संसाधन, जलवायुक अनुकूलता तथा अन्य साधनसँ परिपूर्ण अछि। विशेष कय प्राकृतिक खेतीकें समुन्नत बनेबाक लेल संदीप विश्वविद्यालय, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विशेषज्ञसँ सहयोग प्राप्त करैत गाम-गाम, किसानकेँ आधुनिक कृषि उत्पादनक लेल प्रशिक्षित तथा प्रेरित करत।
किसान मेलाक आयोजन मिथिलाक किसानक लेल स्वर्णिम अवसर उपलब्ध करेबामे शत् प्रतिशत योगदान करबाक प्रति प्रतिबद्ध बनल रहत।
आयोजनक अवसर पर मधुबनी जिलाक विभिन्न पंचायतक पंचायत प्रतिनिधि समेत विश्वविद्यालयक ओएसडी विवेक निकम, रजिस्टार डाॅ० नवशेरवान रौनक, नामांकन प्रभारी धर्मेश ठाकुर, शिक्षा विभागक संकायाध्यक्ष डाॅ० ज्योतिन्द्र पाठक, कार्यक्रमक संयोजक डाॅ० शमीम, डाॅ० आकाश बाबू, छात्र कल्याणक अध्यक्ष डाॅ० अभिषेक ठाकुर, एस आर पी प्राचार्य उदयकान्त ठाकुरक अतिरिक्त विश्वविद्यालयक सभ विभागक विभागाध्यक्ष, भू-अर्जन कमिटिक आमंत्रित सदस्य उपस्थित छलाह।