बृजबिहारी हत्याकांडमे सुप्रीम कोर्ट द्वारा आजीवन कारावासक सजा सुनाबय केर बाद मुन्ना शुक्ला सैकड़ों गाड़ीक काफिलाक संग अपन मुजफ्फरपुर निवाससँ पटना लेल रवाना भेलाह। पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला पटना कोर्टमे आत्मसमर्पण कयलाह।
मुजफ्फरपुरसँ पटना जाइत काल मुन्ना शुक्लाक समर्थक लोकनि स्वागत कयलकनि। बाहुबली विधायकक गाड़ीक पाछाँ नमगर गाड़ीक काफिला चलि रहल छल। मुन्ना शुक्ला अपन समर्थककेँ देखि भावुक भऽ गेलाह आ आँखिसँ नोर पोछैत देखल गेलाह।
भोरसँ हुनक निवास पर समर्थकसभक पैघ भीड़ जमा भऽ गेल छल। समर्थकक काफिला मुन्ना शुक्लाक संग पटना गेल। बाटमे मुन्ना शुक्ला खबरामे स्थित शिव मन्दिरमे पूजा कयलनि। मुन्ना शुक्ला कहलनि जे हम कोर्टक फैसलाक सम्मान करैत छी, हम राजनीतिक शिकार भेलौंह अछि।
सुप्रीम कोर्ट बृजबिहारी हत्याकांडमे सोमदिन मुन्ना शुक्ला आ मंटू तिवारीकेँ आजीवन कारावासक सजा सुनेने छल। दुनूकेँ १५ दिनक भीतर आत्मसमर्पण करबाक आदेश देल गेल। १३ जून १९९८ केँ पटनाक आईजीआईएमएस परिसरमे बृजबिहारी प्रसाद आ हुनक अंगरक्षक लक्ष्मेश्वर साहक हत्या कऽ देल गेल छल। पटना जिला अदालत सूरज भान सिंह, मुन्ना शुक्ला, मंटू तिवारी आ राजन तिवारी सहित छओ गोटेकेँ आजीवन कारावासक सजा सुनेलक, मुदा पटना उच्च न्यायालय सबहक सजा समाप्त कऽ देने छल, पुनः सर्वोच्च न्यायालयमे अपील कयल गेल, जाहिमे मुन्ना शुक्ला आ मंटू तिवारीकेँ फेरसँ सजा सुनायल गेल।
लगभग २६ साल पहिने तत्कालीन विज्ञान आ प्रौद्योगिकी मंत्री आ राजदक वरिष्ठ नेता बृज बिहारी प्रसादक हत्या आईजीआईएमएसमे गोलीसँ छलनी कऽ कय देल गेल छल। ओहि समय एहि हत्याक मामिलामे मुन्ना शुक्ला, सूरज भान सिंह सहित कतेको लोक आरोपी छलाह।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता मुन्ना शुक्ला पटनाक एकटा अदालतमे आत्मसमर्पण कयलनि। ओ कहलनि जे हम कोर्टक आदेशक पालन करैत छी, मुदा अहां सभ रामदेवीक बयान देखू, हम बस राजनीतिक शिकार भेलौंह अछि। न्यायिक प्रक्रिया की होइत अछि, ओ आगू देखब।
बृजबिहारी हत्याकांडमे सुप्रीम कोर्टक फैसलाक बाद मुजफ्फरपुरक पूर्व सांसद रमा देवी कहलनि कि ई फैसला अमित शाहक दबाव पर आयल अछि। बृज बिहारीक पत्नी आ पूर्व सांसद रमा देवी कहलनि जे सर्वोच्च न्यायालय न्याय करलक, एकरा लेल धन्यवाद। एहि मामिलामे जे बचि गेल छथि हुनका भगवती देखथिन। मामिलाक फैसला करबामे देरी पर ओ कहलनि जे एहिसँ अपराध बढ़ैत अछि। शीघ्र न्याय भेला पर अपराध घटैत अछि। घटनाक वर्णन करैत ओ भावुक भऽ गेलीह। छोड़ू, आब एकर की लाभ ? जनतब जे जाहि समय ई घटना भेल, ओ सांसद छलीह।