केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बृहस्पतिकेँ मोदी सरकारक वर्तमान कार्यकालक अन्तिम अंतरिम बजट प्रस्तुत कयलनि। समाजवादी पार्टी आ कांग्रेस एहि बजटपर अपन प्रतिक्रिया देलक अछि।
अखिलेश यादव एकरा भाजपाक विदाई बजट बतौलनि अछि। कांग्रेस बजटकेँ निराशाजनक बतओलक अछि।
समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखलनि, “कोनो बजट जँ विकास लेल नहिं अछि आ कोनो विकास जँ जनताक लेल नहिं अछि तखन ओ व्यर्थ अछि। भाजपा सरकार जनविरोधी बजटक एक दशक पूरा कऽ एकटा शर्मनाक कीर्तिमान बनौलक अछि, जे फेर कहियो नहिं टूटत, किएक तँ आब सकारात्मक सरकारक समय अछि। ई भाजपाक ‘विदाई बजट’ अछि।”
कांग्रेसक वरिष्ठ नेता शशि थरूर कहलनि, “बजट भाषण बहुत छोट आ निराशाजनक छल। बहुत बेसी बयानबाजी छल। बहुत रास मुद्दा केर छूएल नहिं गेल छल। बेरोजगारीक मुद्दाक बिल्कुल उल्लेख नहिं कयल गेल।”
आगू ओ कहलनि “ई सरकार अपन असफलताकेँ सफलताक रूपमे प्रस्तुत करत। आम भारतीय मतदातासँ पूछू जे सरकारक नीतिक कारण हुनका जेबमे की भेटल, तऽ एकर उत्तर भेटि जायत जे देशक आम आदमी की सोचैत अछि।”
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी दावा कयलनि, “चालू वित्तीय वर्षमे १८ लाख करोड़ टाकाक बजट घाटा अछि। आबए वाला साल मे इ आउर बढ़ि जाएत। एकर अर्थ अछि जे सरकार अपन खर्च उधार लऽ कऽ चला रहल अछि।”
ओ कहलनि “वित्त मंत्री अपन वाहवाही कऽ १० साल पहिने केर सरकारकेँ कमतर देखाबय केर कोशिश कयलनि। सदनमे चर्चाक दौरान विस्तृत जवाब देल जायत।”
कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी कहलनि जे हर साल जकाँ एहि बेर सेहो भाजपाक मोदी सरकार द्वारा प्रस्तुत बजटसँ देशक जनता निराश भेल अछि। देश एहि बजटसँ बुझि गेल अछि जे भाजपामे देशक युवा, किसान, आम आदमी आ महिलाक लेल काज करबाक कोनो नियत आ इच्छा-शक्ति नहिं अछि। २०२४मे मोदी सरकारक विदाई निश्चित अछि, तकर पुष्टि भऽ गेल अछि। एहि बेर सेहो देशक युवा, किसान आ मध्यम वर्गकेँ धोखा देल गेल अछि। वादा कय वोट देशक युवासँ नौकरीक नाम पर लेल गेल छल। मुदा ई काज मात्र उद्योगपतिक लेल भेल अछि। निजीकरण कय पूँजीपतिक १४ लाख करोड़ टाकाक ऋण माफ कऽ देलक।”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आइ मोदी सरकारक दोसर कार्यकालक अंतरिम बजट प्रस्तुत कयलनि। एकर बाद जुलाईमे जखन नव सरकार आओत तखन पूर्ण बजट प्रस्तुत कयल जायत।
ओ वित्तीय वर्ष २०२४-२५ लेल लेखानुदान वा अंतरिम बजट प्रस्तुत करैत आर्थिक विकासकेँ बढ़ावा देबाक लेल पूंजीगत व्ययकेँ ११ प्रतिशत बढ़ाकऽ ११.११ लाख करोड़ टाका करबाक प्रस्ताव रखलनि, जखन कि चालू वित्तीय वर्षक लेल राजकोषीय घाटाक लक्ष्यकेँ संशोधित कऽ सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी)क ५.८ प्रतिशत कऽ देलनि। कुल ४७.६६ लाख करोड़ रुपया खर्च प्रस्तुत कयल गेल अछि।