वैश्विक आर्थिक अस्थिरताक बीच भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत बनल अछि। ई कृषि क्षेत्रक मजबूत प्रदर्शन आ खपतमे वृद्धि केर कारण अछि। ई जानकारी भारतीय रिजर्व बैंकक मासिक बुलेटिनमे देल गेल।
बुलेटिनमे कहल गेल जे बढ़ैत व्यापार तनाव आ टैरिफक दायरा, समय आ गहनतासँ उत्पन्न भेल अनिश्चिततासँ वैश्विक अर्थव्यवस्थाक मजबूतीक परीक्षा भऽ रहल अछि। वैश्विक वित्तीय बाजारमे अत्यधिक अस्थिरता संसारक विकास दरमे धीमापन आनि सकैत अछि। रिपोर्टमे कहल गेल जे एहेन चुनौतिक सामना करबा लेल भारतक अर्थव्यवस्था मजबूत स्थितिमे अछि आ खाद्य उत्पादक मूल्यमे कमी केर कारण खुदरा महंगाई दर फरवरी 2025 मे सात मासक निचला स्तर 3.6 प्रतिशत पर पहुँचल अछि। एहिसँ घरेलू अर्थव्यवस्थाकेँ सहारा भेटि रहल अछि। यद्यपि, बाहरी अस्थिरताक कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकक प्रवाह नकारात्मक बनल रहल अछि।
बुलेटिनमे आगू कहल गेल कि व्यक्तिगत उपभोग व्ययमे वृद्धि भऽ रहल अछि, जे मजबूत उपभोक्ता विश्वास आ निरंतर मांगक संकेत अछि। हालक महीनामे सरकारी खर्चमे मजबूतीसँ वृद्धि भेल अछि, जे विकासकेँ बेसी बढ़ावा देलक। रिपोर्टक अनुसार, किछु हाई-फ्रीक्वेंसी इंडिकेटर्स देखाबैत अछि जे चालू वित्त वर्षक चारिम तिमाहीमे तेजी बनल अछि। वित्त वर्ष 2023-24 केर संशोधित रियल जीडीपी विकास दर 9.2 प्रतिशत रहल अछि, जे पिछला एक दशक (कोरोना के बादक वर्ष केँ छोड़ि) मे सबसँ तेज विकास दर अछि। भारतीय विनिर्माण क्षेत्रमे फरवरी 2025 मे क्रय गतिविधि आ रोजगारमे वृद्धि देखल गेल। सेवा क्षेत्र नव व्यवसाय आ रोजगारमे मजबूत विस्तार दर्ज कयल गेल।
आगू कहल गेल, विभिन्न क्षेत्रक हालक घटनाक्रम विकासक गतिमे वृद्धिक पुष्टि करैत अछि। खरीफ सीजन 2024-25 मे खाद्यान्न आ तिलहनक उत्पादन अनुमानमे वृद्धि देखल गेल अछि आ रबी फसलक खाद्यान्नमे 2.8 प्रतिशतक वृद्धि दर्ज कयल गेल अछि, जे मुख्य रूपसँ जलाशयक नीक स्तर आ सामान्यसँ बेसी वर्षाक कारण अछि।