मीडिया रिपोर्टक अनुसार एहि मामिलाक सुनवाईक दौरान कोर्टमे अराजकताक स्थिति बनल छल, जकर बाद कोर्ट सख्त लहजामे सबकेँ चेताबैत आरोपीक सुरक्षा सुनिश्चित करय पर जोर देलक।
स्मरणीय अछि जे पिछला साल अगस्तमे आरजी कर अस्पतालक सेमिनार हॉलसँ एकटा महिला प्रशिक्षु चिकित्सकक शव बरामद कयल गेल छल। कोलकाता पुलिस सीसीटीवी फुटेज आ अपराध स्थलसँ एकत्रित सबूतक आधार पर जांच कयलक। एकर बाद सिविक वालंटियर संजय राॅयकेँ गिरफ्तार कायल गेल।
एहि मामिलामे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) केर आरोपपत्रमे संजय राय मुख्य आरोपी छथि। संजोय राॅयकेँ भारतीय दंड संहिता (बीएनसी) केरऽ धारा ६४, ६६ आ १०३ (i) केर तहत दोषी ठहराओल गेल अछि।
स्पेशल कोर्टक जज रॉयकेँ दोषी ठहरौलक, तकर बाद रॉय जोरसँ अपन निर्दोषताक दावा कयलनि। राय चिचियाइत कहलाह, “हम किछु नहि कयलहुँ। हम दोषी नहि छी। ई साजिश बहुत लोक रचने छल।”
एकर बाद जज रॉयकेँ आश्वासन देलनि कि सजासँ पहिने सोमकेँ हुनका बाजय केर अनुमति भेटत। एहि मामिलामे सुनवाईक प्रक्रिया पिछला साल 11 नवंबरसँ शुरू भेल छल। मुकदमा शुरू भेलाक 59 दिन बाद एहि मामिलामे फैसला सुनाउल जाएत। अपराधक तारीखसँ 162 दिन बाद सजाक प्रक्रिया पूरा भेल।