प्रायः प्रत्येक वर्ष राज्यक २१ जिलामे सूखाक स्थिति बनैत अछि। एहि जिलासभमे औसतसँ ५९ प्रतिशत कम बरखा भऽ रहल अछि। १४ जिलामे स्थिति सामान्य अछि। मुदा कखनो काल एहि १९ जिलामे सेहो एक सालमे १९ प्रतिशत कम बरखा होइत अछि। तीन जिलामे सूखाक कोनो प्रभाव नहिं अछि। एहि तीनू जिलामे औसतसँ ६० प्रतिशत बेसी बरखा होइत अछि। कृषि विभाग द्वारा राज्यमे सूखाक रुझानक विश्लेषणक क्रममे ई तथ्य सोझाँ आयल अछि।
विश्लेषणमे विभाग एकरा खेतीक लेल चुनौती मानलक अछि। लाखो किसानक रोजी-रोटीसँ जुड़ल मुद्दा कहल गेल अछि। पश्चिम चम्पारण, गोपालगंज आ सिवान तीनटा जिला सूखासँ प्रभावित नहिं भेल अछि। एहि तीनू जिलामे सामान्यसँ ६० प्रतिशत बेसी बरखा होइत अछि। एहि तीनू जिलामे कम बरखाक प्रवृत्ति नहिं अछि।
बक्सर, भभुआ, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, सारण, मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, किशनगंजमे सामान्य स्थिति बनल अछि। एहि जिलासभमे कमोबेश १९ प्रतिशत धरि बरखा भऽ रहल अछि।
रोहतास, भोजपुर, पटना, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया, वैशाली, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, सहरसा, बेगूसराय, खगड़िया, लखीसराय, मुंगेर, जमुई, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका जिला सभ सूखाग्रस्त अछि। राज्यमे ११०० सँ १२०० मिमी वर्षाक औसत आंकड़ा अछि। एहि जिलासभमे ५९ प्रतिशत कम बरखा भऽ रहल अछि। किछु मामिलामे एहि जिलामे १९ प्रतिशत धरि बरखाक आंकड़ा दर्ज कयल गेल अछि।