आम मिथिला वासीमे जगेलनि जागरूकता, माँ जानकीकेँ सजोलनि मिथिलाक्षर हार
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भगवान राम केर जन्मभूमि पर अयोध्यामे नवनिर्मित मंदिरमे गृह प्रवेश केर उपलक्ष्यमे माता जानकी केर जन्मभूमि मिथिलाक लोक सोमदिन एकहि दिनमे कविवर चंदा झा कृत मैथिली रामायण केर मिथिलाक्षरमे लिपिबद्ध कऽ सोशल मीडिया केर विभिन्न प्लेटफार्म पर पोस्ट कयलनि। मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश केर उपक्रम मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानक तत्वावधानमे आयोजित एहि अभियानमे शामिल लोकक अद्भुत देखिते बनैत छल। जानकारी दैत मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानक वरिष्ठ संरक्षक प्रवीण कुमार झा बतोलनि जे अभियानक संरक्षक त्रय क्रमशः देवेन्द्र झा, दीपक कुमार झा आ प्रदीप कुमार केर संयोजनमे आयोजित एहि अभियानमे संरक्षिका रुनू मिश्रा, संरक्षक कृष्ण कान्त झा, संरक्षक धर्मेन्द्र कुमार झा, संरक्षिका प्रेमलता झा, संरक्षिका माधुरी झा आदि महत्वपूर्ण भूमिका निमाहलनि।
ओ बतोलनि जे समस्त देशवासीकें राममय देखैत मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान मिथिला केर धरोहर लिपिकें संरक्षण आ संवर्धन प्रदान करबाक उद्देश्यसँ ई निर्णय लेलक। ओ बतोलनि जे किछु साल पहिले धरि मिथिलाक्षर लिपि भले लुप्तप्राय रहल हो मुदा मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान केर अनवरत सद्प्रयाससँ आइ मिथिलाक्षर लाखो मिथिलावसी धरि व्यवहार रूपमे पहुंँचि चुकल अछि आ दिन प्रतिदिन प्रगति पथ पर अग्रसर अछि । मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान केर संस्थापक पं अजय नाथ झा शास्त्री केर परिकल्पना ‘सिखू आ सिखाउ’ आइ मिथिलाक्षर साक्षरताक विशाल समूह केर निर्माण कऽ चुकल अछि। एहिसँ पहिले कोरोना कालमे सेहो अभियानी लोकनि गोस्वामी तुलसीदास कृत श्रीरामचरितमानसकें एकहि दिनमे लिपिबद्ध कऽ कीर्तिमान स्थापित कऽ चुकल छथि।
मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानक एहि कृत्य केर भूरि-भूरि प्रशंसा करैत मिथिला मैथिली आंदोलनक शीर्षस्थ स्तंभ ओ विद्यापति सेवा संस्थानक स्वनामधन्य महासचिव बैद्यनाथ चौधरी बैजू कहलनि जे वर्तमान समयमे मिथिला, मैथिली आ मिथिलाक्षर केर यथास्थितिक गहन आत्मावलोकन करबाक जरूरत अछि। यदि हमसब अपन मातृ लिपि मिथिलाक्षर केर प्रयोग दैनिक कार्यमे नहिं करब तऽ ई पुनः मृतप्राय भऽ जायत। ओ मृतप्राय भऽ चुकल मिथिलाक धरोहरि लिपि मिथिलाक्षर कें पुनर्जीवित करबामे मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानक भूमिका केर सराहना करैत मिथिलाक व्यावसायिक प्रतिष्ठान सबकें एकरा अपनोबैत एकर प्रचार-प्रसार लेल आगू अयबाक आह्वान कयलनि।
अपन प्रतिक्रिया दैत वरिष्ठ साहित्यकार ओ भारत निर्वाचन आयोग केर दरभंगा जिला आइकाॅन मणिकांत झा कहलनि जे मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान केर संस्थापक पं. अजय नाथ झा शास्त्री मिथिलाक्षर लिपिकें सोशल मीडियाक माध्यमसँ पुनर्जीवित करबाक अभियान चला एकटा एहन नीक काज कयलनि अछि, जकरा लेल मिथिलाक इतिहासमे हुनक नाम स्वर्णाक्षरमे लिखल जेतनि। अभियानक वरिष्ठ संरक्षक प्रवीण कुमार झा एहि अभियानक संदर्भमे विस्तृत जानकारी दैत कहलनि जे मिथिलाक्षरमे लिपिबद्ध मैथिली भाषा रामायणक प्रति प्रधानमंत्री आ राष्ट्रपतिकें सेहो पठाओल जयबाक योजना अछि।
एहि अभियानक उद्देश्यपूर्ण सफलतासँ आह्लादित मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानक संस्थापक पं अजयनाथ झा शास्त्री कहलनि जे मिथिलाक्षर केर शत-प्रतिशत साक्षरता केर प्रति एहि अभियानसँ जुड़ल प्रत्येक अभियानी पूर्णतः कृतसंकल्प छथि, मुदा मिथिलाक्षरकें व्यवहारमे आनब संपूर्ण मिथिलावासी केर जिम्मेवारी आ कर्तव्य छनि। कार्यक्रममे मिथिला क्षेत्रक सभ शहर, नगर आ महानगरक संगहि उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान आ तमिलनाडु केर अतिरिक्त लंदन, नेपाल, सऊदी अरब, कतर, आस्ट्रेलिया, साउथ कोरिया, कैलिफोर्निया, नाईजीरिया, मलेशिया, यूके, यूएई, यूएसए, मैक्सिको, जाम्बिया, कुबैत आदि देश सँ सेहो झमटगर संख्यामे प्रवासी मैथिल जुड़लनि।