समारोह

विद्या वैऽह जे अविद्याक तम’सौं मुक्ति प्रदान करय : डाॅ विनय कर्ण

सहरसा समदिया
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भारतीय नव संवत्सर अर्थात हिन्दू नव वर्ष विक्रमाब्द 2082 केर शुभारम्भ तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघक संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जीक जन्म जयंती पर रवि दिन 30 मार्चकेँ पार्वती मोती (पी. एम.) संस्कार भारती पब्लिक स्कूलक स्थापनाक तृतीय वार्षिकोत्सव सहरसा जिलान्तर्गत पड़री गाममे समारोहपूर्वक मनाओल गेल।

एहि समारोहक उद्घाटन समारोहक मुख्य अतिथि सुप्रतिष्ठित शिक्षाविद, संस्कृतिक संरक्षक एवं समाज सेवी डॉ. विनय कर्ण, संस्कृतक विद्वान शिक्षक पं. हरिश्चंद्र मिश्र, योगाचार्य प्रभाकर मिश्र जी, विद्यालयक निदेशक दिलीप चौधरी, संरक्षक डॉ. ध्रुव चौधरी, धनञ्जय खाँ ‘धरम’ आदि द्वारा दीप प्रज्वलित क’केँ कएल गेल।

समारोहक आरम्भमे मुख्य अतिथि डॉ. विनय कर्ण एवं मिथिला चित्रकला शैलीक सशक्त हस्ताक्षर अमृता शांभवी समेत आगत विशिष्ट अतिथि लोकनिकें मिथिला परम्परानुसार पाग-दोपटासौं सम्मानित कएल गेल। एहि अवसर पर उपस्थित शिक्षक-शिक्षिका, माता-पिता, अभिभावक-विद्यार्थीगणक संग अनेक गणमान्य महिला-पुरुष सभकें सम्बोधित करैत डॉ. विनय कर्ण विद्या केर अर्थ, मर्म आ महत्वकें रेखांकित कयलन्हि। ओ कहलन्हि जे विद्या वैह जे मुक्ति दियाबै अविद्या, अज्ञानताक तम तथा लोभ, मोह, क्रोध, दुराचरण, अहंकार आदि दुर्गुण से। डॉ. कर्ण शिक्षासौं संस्कार प्राप्ति पर बल दैत विद्यार्थी सभकें अपन माता-पिता, गुरुजन एवं ज्येष्ठ-श्रेष्ठ केर सम्मान करबाक संग-संग हुनक आज्ञाक अनुपालन तथा अपन आचरण केर परिष्कृत आ चरित्रकेँ पवित्र करबाक लेल सतत प्रयास करैत रहबाक आग्रह कयलन्हि। स्वस्थ प्रतिस्पर्धाक महत्वकेँ रेखांकित करैत डॉ. कर्ण बच्चा सबके पी. एम. नवोदय विद्यालय एवं सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा आदिमे सम्मिलित होमय तथा एहि हेतु मानसिक योग्यता परीक्षणक तैयारी करबाक लेल प्रेरित कयलन्हि।

समारोहक अंतमे डॉ. विनय कर्ण द्वारा निर्मित वृत्तचित्र “गोस्वामी लक्ष्मीनाथ परमहंस-मिथिला केर अद्भुत संत”क प्रदर्शित कएल गेल, जेकरा देखि दर्शकवृंद भक्तिभावसौं अभिभूत भऽ गेलैथ। आगत अतिथि सभकें धन्यवाद दैत समारोहक समापन भेल।

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