राष्ट्रीय जनता दल (राजद) केर प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी भागलपुर-सुल्तानगंजमे तेसर बेर पुल ढ़हबाक लेल बिहार सरकार पर प्रहार कयलथि। सरकार पर हमला करैत ओ कहलनि जे बिहारक सुल्तानगंजमे अगुवानी पुल तेसर बेर खसि पड़ल अछि, कखनो हवामे खसि पड़ैत अछि, कखनो पानिमे बहि जाइत अछि। ई संस्थागत भ्रष्टाचारक प्रतीक अछि। ई डबल इंजन सरकारमे भ्रष्टाचारक परिणाम अछि।
ओ कहलनि जे रोज कोनोने कोनो पुल ढ़हि रहल अछि। सरकारकेँ जवाब देबाक चाही। आखिरकार, जाहि कंपनीकेँ सरकार निर्माणक जिम्मेदारी देलक अछि। पुल बेर-बेर खसि रहल अछि, एकर बादो ओही कंपनी द्वारा कोन विशेषताक कारण बनाओल जा रहल अछि ? तखनि ई तऽ सवाल उठबे करत जे भ्रष्टाचार कोना चरम पर अछि।
ओ कहलनि, बिहारमे बेर-बेर पुल खसि रहल अछि। कखनो हवाक झोंकामे कखनो पानिक बहावमे पुल ढ़हि रहल अछि, बिहारमे की भऽ रहल अछि आ सरकारमे बैसल लोक चुप किएक अछि ? ई पुल पूर्णतः भ्रष्टाचारक भेंट चढ़ि रहल अछि। लोकक मेहनतसँ अर्जित पाइ बर्बाद भऽ रहल अछि आ सरकारमे बैसल लोक अमीर भऽ रहल अछि।
स्तम्भ संख्या ९ आ १०क बीच स्लैबक खण्डक लेल गंगा नदी पर अगुवानी पुलक संरचना ढ़हि गेल अछि। गंगा नदीमे जलस्तर बेसी होयबाक कारणेँ स्लैबक लोहाक संरचना दबावमे नदीमे खसि पड़ल। एहि पुलक किछु हिस्सा पहिने दू बेर टूटि चुकल अछि। तेसर बेर पुल ढ़हलाक बाद बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड (बीएसबीसी) केँ निलंबित कऽ देल गेल अछि। कंपनी एकटा प्रेस विज्ञप्ति जारी कयलक अछि जाहिमे कहल गेल अछि जे त्रुटिपूर्ण डिजाइनकेँ पहिनेसँ हटायल जा रहल छल। शनिदिन ओही त्रुटिपूर्ण डिजाइनक क्षतिग्रस्त भाग गंगा नदीमे समाहित भऽ गेल।