प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिकेँ तमिलनाडुक मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पर जोरदार हमला कएलनि। ओ कहला जे केंद्र सरकार यूपीए सरकारक तुलनामे तमिलनाडु केर अधिक धनराशि दऽ चुकल अछि, मुदा किछु लोककेँ कानैत रहैत छथि। ओ डीएमके नेता सभ पर तमिलक स्थान पर अंग्रेजीमे अपन पत्र सभ पर हस्ताक्षर कएबाक लेल सेहो प्रश्न उठौलनि। ओ नई शिक्षा नीति पर उठाओल जा रहल प्रश्न पर सेहो निशाना साधलनि।
ओ कहलनि, “तमिल भाषामे एतय केर नेता हस्ताक्षर नहि करैत छथि। सरकार निरंतर ई सुनिश्चित करबाक लेल काज करि रहल अछि जे तमिल भाषा आ तमिल विरासत संसारक हर कोना धरि पहुँचय।
कखनो-कखनो हमरा आश्चर्य होइत अछि, जखनि हम तमिलनाडुक किछु नेता सभक पत्र भेटैत अछि, ताहिमे तमिल भाषामे हस्ताक्षर नहिं रहैत अछि। जँ हमरा तमिल पर गर्व अछि, त’ हम सभसँ निवेदन करब जे कमसँ कम अपन नाम पर तमिलमे हस्ताक्षर करू।”
पीएम तमिलनाडु केर रामेश्वरममे पंबन ब्रिज केर उद्घाटन कएलाक बाद एकटा जनसभाकेँ संबोधित करैत पीएम मोदी स्टालिनक नाम लेने बिना कहलनि , केन्द्र सरकार पहिलका सरकारक तुलनामे राज्यक विकासक लेल पिछला एक दशकमे तीन गुना बेसी धन आवंटित कएने अछि। ओ कहलनि, 2014 सँ आइ धरि जे धन हम तमिलनाडु केर विकासक लेल मुहैया करएने छी, से सत्तामे रहय केर दौरान इंडी गठबंधक तुलनामे तीन गुना बेसी अछि। ओहि समय डीएमके इंडी गठबंधक हिस्सा रहय। तमिलनाडु केर रेल बजट सेहो सात गुना बढ़ि गेल अछि। किछु लोककेँ बिना कारण कनबाक आदति रहैत अछि, ओ बस कानैत रहैत छथि।
एहि दौरान प्रधानमंत्री मोदी कहलनि, “हम तमिलनाडु सरकारसँ तमिल भाषामे मेडिकल पाठ्यक्रम शुरू करबाक आग्रह करब ताकि गरीब परिवारक बच्चा सभ सेहो डॉक्टर बनि अपन सपना पूरा क’ सकथि। हमर प्रयास ई सुनिश्चित करब अछि जे हमर देशक युवा लोकनिकेँ डॉक्टर बनय लेल लेल विदेश नहि जाए पड़य। पूर्वक 10 बरखमे तमिलनाडुकेँ 11 नव मेडिकल कॉलेज भेटल अछि।”