लोकसभामे संविधान पर बहसक क्रममे राजनाथ सिंह, अखिलेश यादव आ प्रियंका गाँधी उत्तर प्रदेश, जाति जनगणना, संविधानक संरक्षण आ दल-बदलक मुद्दा पर खुलि कऽ अपन बात रखलनि।
संविधान पर बहसक पहिल दिन राजनाथ सिंह, प्रियंका गाँधी आ अखिलेश यादव अपन भाषण देलनि। राजनाथ जतय कांग्रेसक घेराबन्दी कयलनि, ओतहि अखिलेश आ प्रियंका केन्द्रक वर्तमान सरकारपर प्रहार कयलनि। संविधान पर संसदमे बहसक दौरान एहन चारिटा मुद्दा सेहो देखल गेल, जाहि पर तीनू खुलि कऽ बजलाह। ई चारिटा मुद्दा छल – जातिक गिनती, संविधानक संरक्षण, नेताक दलबदल आ उत्तर प्रदेशक राजनीति।
पहिल मुद्दा जाति जनगणना अछि। राजनाथ सिंह, प्रियंका गाँधी आ अखिलेश यादव अपन भाषणमे जाति गणनाक उल्लेख कयलनि। २०२४क लोकसभा चुनावमे जातिगत जनगणनाक मुद्दा सुर्खिमे छल। कांग्रेस आ समाजवादी पार्टी सहित कतेको दल जाति आधारित जनगणना करबाक माँग कऽ रहल अछि। सरकार एहि पर पहिने चुप छल, मुदा सदनमे पहिल बेर सरकार द्वारा एहि पर सकारात्मक दृष्टिकोण देखाओल गेल।
भाजपा दिसिसँ केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह कहलनि जे जनगणना करबामे कोनो समस्या नहि अछि। इहो कहल जेबाक चाही जे ओहि आंकड़ासँ आरक्षण देबय लेल के तैयार अछि। राजनाथ सिंह आगू कहला जँ अध्यक्ष सहमति दैत तऽ संसदमे सेहो एहि पर बहस होयबाक चाही।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गाँधी सेहो जाति जनगणनाक उल्लेख कयलनि। प्रियंका कहलनि जे लोकसभामे पराजयक बाद आब ई लोक जाति आधारित जनगणनाक बात कऽ रहल छथि। जखनि हम लोकसभा चुनावमे इ मुद्दा उठा रहल छलहुँ तखनि ई लोक मंगलसूत्र आ भैंस चोरीक बात कए रहल छलाह। प्रियंका जोर-शोरसँ जाति जनगणनाक वकालत कयलनि।
अखिलेशक भाषणमे जातिगत जनगणनाक सेहो उल्लेख छल। सपा प्रमुख कहलनि जे केन्द्रीय विश्वविद्यालयमे कुलपति आ प्राध्यापकक पद पर मात्र १० प्रतिशत जनसंख्याक लोक रहैत छथि। सरकारकेँ अपन आंकड़ा जारी करए केर चाही। ई सरकार जातिगत जनगणना पर मात्र बजैत अछि। जँ हमरा सत्तामे आबय केर मौका भेटत तऽ हम जातिगत जनगणना करायब।
तीनू संविधानक बारेमे बात कएलन। संसदमे बहसक विषय संविधान पर सेहो तीनू नेता खुलि कऽ बजलाह। वास्तवमे संविधानक ७५ वर्ष पूरा भेला पर लोकसभामे २ दिवसीय वाद-विवाद आयोजित कयल गेल अछि। बहस राजनाथ सिंह द्वारा शुरू कयल गेल।
राजनाथ सिंह कहलनि जे जखनि-जखनि कांग्रेस सरकारकेँ संविधान आ सत्तामे सँ कोनो एक चुनबाक अवसर भेटल, तखनि कांग्रेस सत्ता चुनलक। सिंह आपातकालसँ लऽ कऽ कल्याण सिंहक सरकारक पतन धरिक घटनाक वर्णन कयलनि। ओ कहलनि जे कांग्रेस संविधानकेँ अपन जेबीमे लऽ कऽ चलैत अछि।
प्रियंका गाँधी अपन भाषणमे संविधानक शक्तिक उल्लेख कयलनि। प्रियंका कहलखिन जे अतीतक बात करैत छथि, ओ नहि बतबैत छथि जे पैसाक आधार पर निर्वाचित सरकार केना हटायल जा रहल अछि। “संविधान एहि देशक आवाज अछि आ जनता एकर रक्षा करैत अछि। ओ कहलनि जे देशक संविधान एतेक कमजोर नहि अछि, एकरा कियो थकूचि नहि सकैत अछि।
अखिलेश यादव सेहो अपन भाषणमे संविधानक बारेमे खुलि कय बात करैत कहलनि कि प्रस्तावनामे देशक सुरक्षा आ धर्मनिरपेक्षता शब्दक उल्लेख अछि, मुदा आइ सीमा सुरक्षित नहि अछि। सपा प्रमुख आगू कहलखिन कि देशक हर मस्जिदक नीचासँ मंदिरक तलाशी लेल जा रहल अछि। ई संविधानक लेल नीक नहि अछि। अखिलेश अल्पसंख्यक सभकेँ निशाना बनयबाक मुद्दा सेहो उठौलनि।
तीनूकक भाषणक केंद्रमे यूपी सेहो रहल। राजनाथ सिंह, प्रियंका गाँधी आ अखिलेश यादव राष्ट्रीय स्तरक नेता छथि, मुदा उत्तर प्रदेश हुनक भाषणक केन्द्रमे छल। सिंह अपन भाषणमे यूपीमे राष्ट्रपति शासनक उल्लेख कयलनि।
ओ कहलनि जे १९९२ मे जखन अयोध्याक गुंबद ढहि गेल तखन तत्कालीन कल्याण सिंहक सरकार यूपीक मुख्यमंत्रीक पदसँ इस्तीफा दऽ देलक, मुदा तत्कालीन कांग्रेस सरकार इस्तीफा स्वीकार नहि कयलक। एकर विपरीत किछु घंटाक बाद सरकारकेँ बर्खास्त कऽ देल गेल।
राजनाथ सिंह अपन भाषणक दौरान जगदम्बिका पालक घटनाक सेहो उल्लेख कयलनि, जाहिसँ किछु सांसदमे हँसी पसरि गेल।
अपन भाषणमे प्रियंका आगरा, सम्भल आ हाथरसक माध्यमसँ उत्तर प्रदेशक सरकार आ केन्द्र सरकारकेँ घेरबाक प्रयास कयलनि।
जखनि अखिलेश यादवक बजबाक बारी आयल तखनि ओ अपन भाषणमे उत्तर प्रदेशकेँ सेहो केन्द्रमे रखलनि। अखिलेश कहलनि जे ओ उत्तर प्रदेशमे डबल इंजन सरकार बनेबाक लेल गेल छलाह, मुदा आब डिब्बा इंजनसँ टकरा रहल अछि।
अखिलेश कहलखिन कि हिरासतमे भेल मृत्युमे यूपी नंबर एक बनि गेल अछि। ओतए सरकार अल्पसंख्यककेँ लूटि रहल अछि।
दलबदल पर खुल कs गप्प भेल। जखनि राजनाथ सिंह संविधान पर बाजि रहल छलाह तखनि ओहि दौरान ओ १९९८ मे उत्तर प्रदेशक एकटा घटनाक उल्लेख कयलनि, जाहिमे पूर्ण बहुमत भेलाक बादो कल्याण सिंहक स्थान पर जगदम्बिका पालकेँ मुख्यमंत्री बनाओल गेल छल। जखनि सिंह बाजि रहल छलाह तखनि पाल सेहो हुनका संग सदनमे बैसल छलाह।
एकर जवाब दैत विपक्षी दलक सांसद अलार्म उठौलनि, जाहिपर सिंह कहलनि जे आब ओ अपन पार्टी बदलि भाजपा कऽ लेने छथि, तेँ आब ओ अपन पार्टी बदलि लेने छथि।
प्रियंका दलबदलक मुद्दा सेहो बना देलखिन। ओ कहलनि, “अहाँ लग वाशिंग मशीन अछि, एहिमे जे लोक एतय सँ ओतए गेल छथि ओकरा साफ कएल जाइत अछि।”
अखिलेश जखनि बजबाक लेल उठलाह तखनि ओहो एम्हरसँ ओम्हर जायवला लोककेँ ताना मारलनि।