सन्देशखली हिंसाक जायजा लेबाक क्रममे पुलिस छह सदस्यीय केन्द्रीय समितिकेँ रोकि देलक। समितिमे केन्द्रीय मंत्री आ भाजपा सांसद शामिल छलाह।
सन्देशखलीमे महिलासभ पर भेल हिंसा आ यौन उत्पीड़नक जाँचक लेल एकटा समितिक गठन कयल गेल छल।
समिति, जाहिमे अग्निमित्रा पॉल सेहो शामिल छलाह, भोरमे सन्देशखाली लेल प्रस्थान कयलक, मुदा सन्देशखलीसँ किछु दूरी पर स्थित रामपुरमे प्रवेश करैत पुलिस ओकरा रोकि देलक।
एहि घटनाक कारण समितिक सदस्य आ पुलिसक बीच कसगर बहस भेल। समितिक सदस्यलोकनिक तर्क छल जे सन्देशखलीमे मात्र पाँच गोटे प्रवेश करत, मुदा पुलिस हुनका अनुमति नहिं देलक।
पुलिस द्वारा हुनका सभकेँ रोकलाक बाद समितिक सदस्य सड़क पर बैसि विरोध प्रदर्शन कयलनि।
समितिक सदस्य लोकनि आरोप लगओलनि जे राज्य प्रशासनकेँ आशंका अछि जे फरार तृणमूल कांग्रेसक नेता शेख शाहजहाँकेँ लऽ कऽ सन्देशखलीक महिला कोनो पैघ खुलासा ने कय दियै।
मीडियासँ बातचीतमे पॉल कहलनि, “मुख्यमंत्री ममता बनर्जीक मंशा स्पष्ट अछि। ओ अपन पार्टीक लोकसभकेँ बचाबय चाहैत छथि जे राज्यमे एहन जघन्य घटनाक लेल जिम्मेदार छथि। पश्चिम बंगालक लेल शर्म आछि।”
एहिसँ पहिने बृहस्पति दिन पश्चिम बंगालमे नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारीक नेतृत्वमे भाजपा विधायकसभकेँ सेहो पुलिस रोकि देलक जखन ओ सभ जा रहल छलाह।
जनतब जे अन्नपूर्णा देवी उच्च स्तरीय केन्द्रीय समितिक संयोजक छथि। अन्य सदस्यमे केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक, सांसद सुनीता दुग्गल, सांसद कविता पाटीदार, सांसद संगीता यादव आ बृज लाल (राज्यसभा सांसद आ उत्तर प्रदेशक पूर्व पुलिस महानिदेशक) छथि।
जतय भाजपाक केन्द्रीय टीमकेँ पुलिस रोकि देलक, ओतहि टीएमसीक फैक्ट फाइंडिंग टीम सन्देशखलीमे लोक सभसँ बातचीत करैत देखल गेल।