प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी १८म लोकसभाक पहिल सत्र शुरू होयबासँ पहिने मीडियासँ गप्प कयलनि। ओ मीडियाक समक्ष अपन बात रखलाह। पीएम मोदी कहलनि जे जनता लगातार तेसर बेर हुनक सरकारकेँ जनादेश देलक अछि। ओ आगू कहलनि जे देशक जनता हुनक नीतिकेँ मंजूरी देलक अछि। पीएम मोदी कहलनि जे १८म लोकसभा सोमदिनसँ ‘श्रेष्ठ भारत’ आ ‘विकसित भारत’क निर्माणक संकल्पक संग शुरू भऽ रहल अछि। विपक्ष पर कटाक्ष करैत ओ कहलनि जे जनता हुनका सभसँ अपेक्षा करैत अछि जे ओ नखरा, नाटक, नाराबाजी आ व्यवधान नहिं बल्कि संसदक गरिमा बनौने रहथि।
संसद भवनमे मीडियाकेँ सम्बोधित करैत ओ कहलनि जे हुनकर सरकार जनताक आकांक्षाकेँ पूरा करबाक लेल सबकेँ एक सङ्ग लऽ जायत। ओ कहलनि जे २५ जून आपातकालक ५०म वर्षगाँठ अछि। जखन संविधानकेँ समाप्त कऽ देल गेल छल, तखनि एकरा (आपातकाल) भारतक लोकतंत्रक एकटा पैघ धब्बा कहल गेल छल। नव सांसदक स्वागत करैत पीएम मोदी कहलनि जे १८म लोकसभा २०४७ धरि विकसित भारतक निर्माणक सपनाक संग शुरू भऽ रहल अछि। लगातार तेसर बेर चुनाव जीतला पर पीएम मोदी कहलनि, “ई बहुत महान विजय अछि। ई बहुत भव्य जीत अछि। आ तखनि हमर जिम्मेदारी सेहो तीन गुना बढ़ि जाइत अछि। हमरा तेसर बेर मौका देल गेल अछि। दू बेर सरकार चलयबाक अनुभव हमरासँ जुड़ल अछि। हम अपन देशवासीकेँ आश्वस्त करैत छी जे अपन तेसर कार्यकालमे हम पहिनेसँ तीन गुना बेसी मेहनत करब। हम परिणामकेँ सेहो तिगुना करब। एहि संकल्पक संग हम एहि नव कार्यभार केर लऽ कऽ आगू बढ़ि रहल छी।”
एहि दौरान पीएम मोदी विपक्ष पर सेहो निशाना साधलनि। ओ कहलनि जे लोक विपक्षसँ नीक डेगक अपेक्षा करैत छथि, मुदा एखन धरि ई निराशाजनक रहल अछि। प्रधानमंत्री आशा व्यक्त कयलनि जे ओ अपन भूमिका निभौताह आ लोकतंत्रक भूमिकाकेँ कायम रखताह।
पीएम मोदी कहलनि कि भारतकेँ एकटा जिम्मेदार विपक्षक जरूरत अछि। लोक नारा नहिं चाहैत छथि, हुनका ठोस काजक जरूरत अछि। हुनका संसदमे हंगामा नहिं बहस चाही। पीएम मोदी कहलनि जे हालमे भेल लोकसभा चुनावमे ६५ करोड़ मतदाता भाग लेलनि। स्वतन्त्रताक बाद ई दोसर बेर अछि जखन लगातार तेसर बेर कोनो सरकारकेँ चुनल गेल अछि। इ अवसर ६० वर्षक बाद आयल अछि।