विद्यापति सेवा संस्थान जतेलक शोक
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दरभंगा समदिया
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अन्तरराष्ट्रीय मैथिली परिषदक पूर्व अध्यक्ष, स्वतंत्रता सेनानी आ प्रसिद्ध शिक्षाविद डा भुवनेश्वर प्रसाद गुरुमैता केर निधन सोमदिन भोरे दिल्लीमे भऽ गेलनि। सुपौल जिलाक मटियारी (बलुआ बजार) निवासी डा गुरमैता हिसार विश्वविद्यालयक भाषा संस्कृति विभागक पूर्व प्राध्यापक रहथि आ हुनक प्रसिद्धि ज्योतिरीश्वर ठाकुर केर वर्णरत्नाकर पर पीएचडी उपाधि ग्रहण करबा लेल विशेष रूपसँ छल। हुनक निधन पर विद्यापति सेवा संस्थान सोमदिन शोक व्यक्त कयलक। संस्थान दिससँ शोक संवेदना व्यक्त करैत महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू कहलनि जे स्वतंत्रता आन्दोलन ओ मैथिली आन्दोलनसँ सक्रिय रूपसँ जुड़ल रहल मिथिलाक लालक निधन अपूर्णीय क्षति अछि। ओ कहलनि जे मैथिलीकेँ संविधानक आठम अनुसूचीमे शामिल करयबाक अभियानमे हुनक योगदानकेँ कहियो नहिं बिसरल जा सकैछ। मैथिली अकादमीक पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा कहलनि जे मिथिला विभूति सन अनेक विशिष्ट सम्मानसँ सम्मानित डा गुरमैता केर मिथिलाक सामाजिक संस्कृति आ मैथिली भाषासँ विशेष लगाव छलनि। ईएह कारण छल जे मिथिलाक बाहर कार्य क्षेत्र रहलाक बावजूद ओ मैथिली साहित्यक भंडारणमे अविस्मरणीय योगदान देलनि।
वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा कहलनि जे जीवनपर्यंत मिथिला आ मैथिलीक हितचिंतनमे लागल रहनिहार डा गुरमैता बहुगुण संपन्न व्यक्तित्व छलाह। मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा हुनका मिलनसार स्वभाव बला मिथिला-मैथिलीक विकासक सुच्चा हितैषी बतबैत कहलनि जे ओ अनेक शैक्षणिक आ सामाजिक संगठनसँ आजीवन सक्रिय रूपसँ जुड़ल रहलाह। हुनक निधन पर प्रो जीवकांत मिश्र, डा महेंद्र नारायण राम, प्रो चंद्रशेखर झा बूढ़ा भाई, वैद्य गणपति नाथ झा, विनोद कुमार झा, प्रो विजय कांत झा, दुर्गानंद झा, डा गणेश कांत झा, डा उदय कांत मिश्र, आशीष चौधरी, पुरुषोत्तम वत्स, मणिभूषण राजू, नवल किशोर झा आदि शोक व्यक्त कयलनि।