धर्म-संस्कृति

नीतीश सरकार छठ पावनिक तैयारी, घाट-व्यवस्था आदि लेल उठेलक महत्वपूर्ण डेग

पटना
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शहरी विकास आ आवास मंत्री नितिन नवीन छठ केर संबंधमे अधिकारी सभक संग बैसार कयलथि अछि। अधिकारीकेँ आवश्यक दिशा-निर्देश देल गेल अछि।

शहरी विकास आ आवास मंत्री नितिन नवीन शुक्रदिन (२५ अक्टूबर) अधिकारीसभक सङ्ग बैसार कयलनि आ छठ घाटक लेल चलि रहल तैयारीक जानकारी लेलनि। छठ भक्तक पूजाक दौरान कोनो असुविधाक सामना नहि करय पड़य, ताहि हेतु विभाग राज्य भरिक नगर निकायकेँ २५ करोड़ टाकाक मंजूरी देलक अछि। एहि राशिक मदतिसँ सभ घाट पर बैरिकेडिंग, शौचालय, चेंजिंग रूम, स्ट्रीट लाइट, वाच टावर आ छठ व्रती लेल अन्य सुविधा लेल काज कयल जायत।

नितिन नवीन कहलखिन कि छठ हम बिहारीक लेल स्वाभिमान अछि। श्रद्धालु सभकेँ कोनो असुविधा नहि होयबाक लेल २५ करोड़ टाकाक राशि स्वीकृत कयल गेल अछि। ओ कहलनि जे एहि साल छठ पूजा लेल पटना सहित सभ नगर निकायकेँ धन आवंटित कयल गेल अछि। पटना नगर निगम लेल कुल १२ करोड़ रुपया आ १८ अन्य नगर निगम लेल कुल १.८० करोड़ टाका स्वीकृत कयल गेल अछि। एकर अलावा हर नगर परिषदकेँ ४ लाख टाका आ हर नगर पंचायतकेँ ३ लाख टाकाक राशि देल गेल अछि। ओतहि औरंगाबादक देव नगर पंचायतमे छठ पूजाक लेल १० लाख रुपयाक राशि स्वीकृत कयल गेल अछि। पटनाक डीएमकेँ कानून-व्यवस्था आ सार्वजनिक सुविधाक लेल ३ करोड़ टाकाक राशि आवंटित कयल गेल अछि।

नितिन नवीन कहलनि जे दिवालीक बाद नदी आ पोखरिक आसपासक घरसँ निकलय वाला मूर्ति आ पूजा सामग्रीक विसर्जनक लेल विशेष व्यवस्था (विसर्जन के लेल अलग जगह निर्धारित करब) केर निर्देश देल गेल अछि जाहिसँ गंदगीक प्रसार रोकल जा सकय। एहि अवसर पर विभागक सचिव अभय सिंह छठ पूजाक तैयारीक बारेमे कहलनि जे सब अधिकारी आ अधिकारीकेँ सख्तीसँ निर्देश देल गेल अछि जे पूजामे शामिल होबय वाला श्रद्धालु आ नागरिककेँ कोनो समस्याक सामना नहि करय पड़य। महोत्सवकेँ सफल आ सुरक्षित बनयबाक लेल अस्थायी वैकल्पिक घाटक निर्माण कयल जेबाक चाही। गंगा शहरक नगर निकायसभकेँ एहि काजपर विशेष ध्यान देबाक लेल कहल गेल अछि।

संगहि ओ इहो कहलनि जे दिवालीक दौरान सब घर आ प्रतिष्ठानक सफाईक परंपरा अछि। एहि क्रममे सभ निकायकेँ ‘नेकी की दीवार’ कार्यक्रमक आयोजन करय लेल कहल गेल अछि आ एकरा व्यापक रूपसँ प्रचारित करबाक निर्देश सेहो देल गेल अछि। एकरा लेल निकायक एकटा जिम्मेदार व्यक्तिकेँ निर्देश देल गेल अछि जे ओ घर आ प्रतिष्ठानसँ प्रतिदिन अलग-अलग कचरा (जेना पुरान कपड़ा, किताब, जूता, खिलौना आदि) केर संग्रहक देखरेख करय आ एकरा भंडारित करय लेल कमसँ कम दूटा केंद्र (साल भरि काज करैत) बनाउ।

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