मस्तिष्काघातसँ भेलनि निधन, दिल्लीमे भेल अंत्येष्टि
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दिल्ली समदिया
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साहित्य अकादमी पुरस्कारसँ सम्मानित मैथिली साहित्यकार डा कमलकांत झा केर निधन वृहस्पति दिन दिल्ली केर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) मे उपचारक क्रममे भऽ गेलनि। मस्तिष्काघातसँ पीड़ित भेला पर हुनका एम्समे बुधदिन भर्ती कराओल गेल छलनि। पारिवारिक सूत्रसँ भेटल जानकारीक मुताबिक तीन वर्ष पहिले सेहो ओ एहि बीमारीसँ पीड़ित भेल छलाह। मुदा एहि बेर ओ जीवन आ मृत्यु केर बीचक लड़ाईमे परास्त भऽ गेलाह। ईलाजक क्रममे वृहस्पति दिन भोरमे करीब नौ बजे चिकित्सक लोकनि हुनक मृत्युक घोषणा कयलनि। दाह-संस्कार दिल्ली केर गाजीपुर स्थित शवदाह गृहमे बेरूपहर भऽ गेलनि। अंत्येष्टिमे गामसँ बेटा-भातिज आदि पहुँच गेल रहथिन।
मैथिली भाषामे लघु कथा ‘गाछ रुसल अछि’ लेल साहित्य अकादमी पुरस्कारसँ वर्ष २०२० मे सम्मानित डा कमलकांत झा मैथिलीक सेवानिवृत्त प्राचार्य छलाह। मधुबनी जिलांतर्गत कलुआही प्रखंड स्थित हरिपुर डीह टोलमे 29 मार्च 1943 कें जन्म लेनिहार डॉ. कमलकांत झा मातृभाषा मैथिलीक संगहि राष्ट्रभाषा हिंदी केर साहित्य सर्जनामे धुरझार लेखनी चलोलनि। मैथिली भाषा आंदोलनमे शुरुआती समयसँ सक्रिय रहय बला डा कमलकांत बाबू, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघसँ सेहो आजीवन जुड़ल रहलाह। अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद (भारत-नेपाल) केर केंद्रीय अध्यक्षक रूपमे हुनक योगदान सदति अविस्मरणीय रहत।