मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान एकटा वास्तविक ऐतिहासिक अभियान अछि। ‘मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश’क एकटा उपक्रमक रुपमे २०१३ इस्वीमे एकर आह्वान भेल आ ०९ ऑक्टूबर २०१४ इस्वीकेँ एकर स्थापना भेल। ई अभियान लुप्तप्राय मिथिलाक्षरकेँ जे कियो सोचियो नहिं सकैत छल जे मिथिलाक्षर पुनर्जीवित होएत, कारण अनेको भाषाक लिपि आइ समाप्त भऽ चुकल अछि, सैऽह स्थिति प्रायः मिथिलाक्षरक भऽ चुकल छल, मुदा ‘मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान’क अभियानीगण ई असंभव सन काज कए मिथिलाक्षर केर पुनः प्रचलनमे आनि देलक। आ एहि काजमे अनेकानेक मिथिलाक्षर योद्धा सभक निःस्वार्थ त्याग तपस्या अछि जकर समक्ष कतेको पैघ सम्मान छोटे अछि, कारण ई मिथिलाक्षरक योद्धा सभ कहियो कोनो सम्मानक लालसासँ मिथिलाक्षर केर लेल काज नहिं कयलनि, बल्कि मिथिला-मैथिलीक गौरवकेँ पुनः स्थापित करए लेल, विद्यागारा कहायवाला मिथिलाक अति प्राचीन मैथिली भाषाक लिपि मिथीलाक्षरकेँ पुनः व्यवहारमे आनय लेल ओ मिथिलाक माटिक आंशिको ऋण चुकाबय केर उद्देश्यसँ स्वरुचि ओ स्वेच्छापूर्वक मिथिलाक्षरक उत्थानमे सतत लागल रहलथि आ लागल छथि।
मुदा अभियान तथापि हिनकर सभक नाम मिथिलावासी जानथि आ आबयवाला पीढ़ी याद राखय, ताहि लेल हिनका सभकेँ तय मापदंड सभक आधार पर विभिन्न सम्मानसँ सम्मानित करय केर परंपरा रखने अछि। प्रस्तुत अछि तकर क्रमानुसार जानकारी :-
संजीवनी सम्मान : नामानुरुप ई सम्मान सर्वोच्च सम्मानक श्रेणीमे अछि। जकर प्राप्तिक जानकारी नाम, दिनांक आदिक संग प्रस्तुत अछि।