समारोह

मिथिला वाटिकामे एक दिवसीय मैथिली साहित्य उत्सवक भेल आयोजन

मधुबनी समदिया
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मैथिली भाषाक अस्तित्व बचेबाक हेतु प्राथमिक शिक्षा मातृभाषामे देल जयबाक चाही।

कवि सम्मेलनमे भारत आ नेपाल दुनू दिशका महत्वपूर्ण कविसभ भाग लेलनि।

मैथिली पोथी-पत्रिका आ मिथिला चित्रकलाक स्टाल रहल आकर्षणक केन्द्र।

मैथिली साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समितिक बार्षिक समारोह एहि बेर रविकेँ साहित्य उत्सवक रूपमे मनाओल गेल। समारोहक उद्घाटन करैत मैथिलीक प्रसिद्ध कथाकार आओर आलोचक अशोक कहलनि जे मैथिली भाषाक बिना मिथिलाक विकासक परिकल्पना असंभव अछि।मिथिला- मैथिली और मिथिलावासी तीनूक अन्योन्याश्रय सम्बन्ध अछि। तीनू एक संग चलत।तीनू फराक नहि चलि सकैत अछि।अगिला पचास बर्ष तकनीकी विकासक पराकाष्ठाक युग अछि।मैथिलीए नहि सभ स्थापित भाषाक समक्ष चुनौती अछि। मैथिली भाषाकें तकनीकी विकासक संग जोड़िक’क’चलय पड़त।

मुख्य अतिथि भारतक प्रसिद्ध वैज्ञानिक ओ मैथिली भाषाक प्रमुख विज्ञान लेखक डा.योगेन्द्र पाठक वियोगी कहलनि जे मैथिली भाषाक वर्तमान स्वरूपकें बचा क’ रखबाक लेल मिथिला क्षेत्रक प्राथमिक विद्यालयमे मैथिली पढ़ाओल जायब बहुत जरूरी अछि। विज्ञान आओर गणितक पढ़ौनी सेहो मातृभाषाक माध्यमसँ सर्वाधिक उपयुक्त अछि।

विशिष्ट अतिथिक रूपमे शामिल विधान पार्षद घनश्याम ठाकुर कहलनि, “जाबे धरि सदनमे छी मैथिली भाषाक लेल आबाज बुलन्द करैत रहब‌। मिथिला क्षेत्रक प्राथमिक पाठशालामे मैथिली भाषाक पढ़ौनी समितिक जायज माँग अछि।भारत सरकार नब शिक्षा नीति-2020 सेहो बच्चा सभक प्राथमिक शिक्षा मातृभाषामे देबाक बात करैत अछि। हम सरकारक स्तरपर एहि मुद्दाकें जरूर राखब।

विशिष्ट अतिथिक पदसँ बजैत मधुबनीक मेयर अरुण राय कहलनि जे मैथिली समस्त मिथिलावासीक भाषा छी। मधुबनी नगर निगममे मैथिलीकें उचित मान-सम्मान भेटय ताहि लेल जे बनि पड़त से करब।मैथिलीक विकासक लेल किछु काज हम करबो केलहुँ अछि शेष जे काज अछि शीघ्र पूरा करब।

काठमांडूसँ आयल मैथिलीक विशिष्ट कवयित्री आओर प्रखर युवा पत्रकार बिजेता चौधरी कहलनि जे मातृभाषाकें बचाक’रखबामे मातृशक्ति कें प्रमुखतासँ आगाँ आबक चाहियनि। आजुक स्त्री चतेनशील छथि तें एहु दिशि ध्यान देब आवश्यक।

कार्यक्रमक आरंभ मैथिलीक प्रमुख गायिका डा.ममता ठाकुरक गोसाओनिक गीतसँ भेल। आगत अतिथि लोकनि लाबन पर राखल दीप बाड़ि क’ कार्यक्रमक शुभारंभ कयलनि। स्वागत भाषण समितिक वरिष्ठ सदस्य आशीष कुमार मिश्र तथा समितिक बार्षिक प्रतिवेदन संयुक्त सचिव प्रभाष कुमार दमन प्रस्तुत केलनि।

एहि अवसरपर समिति द्वारा प्रकाशित मुखपत्र अरुणिमाक एगारहम अंकक लोकार्पण साहित्यकार लोकनि द्वारा कयल गेल। कवि दिलीप कुमार झा रचित कविता संग्रह ‘दूधिया इजोतमे भोतिआइत मोन तथा कथाकार चन्दना दत्त लिखित कथा संग्रह ‘देवियानी’ लोकार्पण सेहो मंच सँ कयल गेल।

सहरसाक युवा मैथिली कवि मुख्तार आलमकें हुनक पुस्तक ‘परिचय बनैत शब्द’क लेल नव हस्ताक्षर पुरस्कार-2025 सँ पुरस्कृत कयल गेलनि।

पोथीघर,दरभंगाक द्वारा पुस्तक प्रदर्शनी आओर सखी बहिनपा मिथिला हाट द्वारा मिथिला शिल्पकला प्रदर्शनी दर्शक लोकनिक आकर्षण केन्द्र बनल रहल। सांस्कृतिक कार्यक्रममे अम्बे मिश्र के गायनक बड़ प्रशंसा भेल।

कार्यक्रमक अध्यक्षता समितिक अध्यक्ष प्रो.प्रीतम निषाद केलनि तथा संचालन वरिष्ठ साहित्यकार दिलीप कुमिर झा द्वारा कयल गेल।
समारोहकें प्रमुख मैथिली साहित्यकार तथा मिथिला विश्वविद्यलय केर पदाधिकारी अशोक मेहता, सखी बहिनपा समूहक संयोजिका छाया मिश्रा, पूर्ब प्रमुख जटाधर पासवान, सुभेश चन्द्र झा, डा.कुलधारी सिंह, चण्डेश्वर खाँ, डा.रवीन्द्र झा, रेवतीरमण झा, पं.प्रजापति ठाकुर, ज्योतिरमण झा बाबा, पुष्पा झा, डा.रानी झा, रागिनी मिश्र, आदि सम्बोधित कयलनि

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