राजनीति

भाषाई एकताकेँ हानि नहि पहुंचाबी : हिंदी-मराठी विवाद पर नकवीक संदेश

नई दिल्ली
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महाराष्ट्रमे हिंदी बनाम मराठीक बहसक बीच भाजपाक वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी नफरत पसारयबला बयान सभसँ दूरी बनाबय केर अपील कएलनि अछि। ओ कहलनि अछि जे मराठी भाषा केर गौरवशाली इतिहास अछि आ ओकर गरिमाकेँ पूररा देश सम्मान दैत अछि, मुदा ई सोचनाइ गलत अछि जे हिंदी ककरो क्षेत्रीय भाषाक प्रतिद्वंद्वी अछि।

नकवी स्पष्ट कएलनि कि हिंदी सदिखन अन्य भारतीय भाषाक संग मिलिकय विकास कएलक अछि, नहि कि तकर खिलाफ। मराठी, तमिल, तेलुगू, पंजाबी जेकाँ भाषासभ हिंदीक संगहि फलि-फूलि रहल अछि। भाषाई विवादकेँ राजनीतिक हथियार बनायबाक प्रयाससभ देशक भाषाई एकताकेँ हानि पहुंचाबैत अछि।

कांवड़ यात्राकेँ ल’ कऽ अव्यवस्था पसारय केर मुद्दापर सेहो नकवी सख्त रुख अपनयलनि। ओ कहलनि अछि जे कांवड़ यात्रा लोकक आस्था, पवित्रता आ शुद्धतासँ जुड़ल अछि। एकर सम्मान करबाक हर नागरिकक सामूहिक जिम्मेदारी अछि। किछु लोक एहि यात्रा केर मार्गपर जानबूझिकय गंदगी वा अव्यवस्था पसारि एकरा अधिकारक नाम दऽ दैत छथि आ हुनक समर्थक सेहो सामने आबि जाइत छथि।

बिहारमे मतदाता सूची सुधार आ चुनावी प्रक्रिया पर संदेह जताबै वाला बयान पर सेहो नकवी चिंता व्यक्त कयलनि। ओ कहलनि कि देशमे एकटा साजिशनुमा माहौल तैयार कयल जा रहल अछि, जतय मतदाता भ्रमित भऽ रहल अछि आ चुनाव प्रक्रिया पर अविश्वास जताएल जा रहल अछि। ओ एकरा भारतक लोकतांत्रिक मूल्य पर हमला बतेलनि, ओ कहलनि कि हम दुनियाक सबसँ पैघ लोकतंत्र छी आ हमर चुनावी प्रक्रिया एकर आत्मा अछि। सभ राजनीतिक दल, सरकार आ विपक्ष दुनूक सामूहिक जिम्मेदारी अछि कि ओ मतदाता सभमे विश्वास आ भरोसा कायम रखथिन, नहि कि डर आ अफवाह पसारथि।

महागठबंधनमे एआईएमआईएम केर शामिल होयबाक इच्छाकेँ लऽ कऽ सवाल पूछल गेलापर हुनकर कहब छल, “चुनावी चौपालमे जुगाड़ केर झंझट चलैत रहैत अछि। कियो भीतर अबैत अछि आ कियो बाहर जाइत अछि। सभकेँ मालूम अछि कि जुगाड़ केर जमघट पनघट तक नहि पहुँचत। गठबंधन तखने मजबूत होइछ जखन ओ सिद्धांत आ साझा जिम्मेदारी पर टिकल होइछ, मात्र चुनावी गणित पर बनल गठबंधन टिकाऊ नहि होइछ।

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