प्रदेशसँ बेरोजगारी दूर करबाक लेल इन्वेस्टर्स सम्मिट कतेक कारगर ?
धर्मेन्द्र कुमार झा (प्रबंध संपादक)
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एक समय एहनो छलैक जहिया, उत्तम कृषि आ माध्यम वाण कहल जाइत छल, नौकरी – चाकरी त’ अन्तमे अबैत छल। मनुष्यके अप्पन जीवन यापन सुचारु रूपसँ चलेबाक हेतु टाकाक आवश्यकता होइत छैक, आ ताहि हेतु मनुष्य कार्य करैत अछि। जीवन यापन लेल मुख्यतः कार्य, दू तरहक होइत छैक। पहिल ई जे लोक आनक लेल ओकरहि अंतर्गत कार्य करए, जे नौकरी आ रोजगारक श्रेणीमे अबैत अछि, उदाहरणार्थ नौकरी – चाकरी, (सरकारी वा गैर सरकारी, निजी संस्थान) जतय लोक, किनको निचा आ कोनो आन व्यक्ति लेल करैत अछि। दोसर कार्य स्वरोजगारक श्रेणीमें अबैत अछि जाहि ठाम लोक अपन स्वयंके कार्य करैत अछि। एखुनका परिदृश्य पर गप्प करी त’ ई क्षेत्र अघोषित मजदुर जोन अछि। ओना त’ सम्पूर्ण देशक समक्ष बेरोजगारी एकटा प्रमुख समस्या रहल अछि, मुदा बिहार लेल ई सभसँ प्रमुख समस्या सिद्ध भेल अछि। प्रदेशक शिक्षित बेरोजगार युवा प्रदेशमे नौकरी आ रोजगारक साधनक आभावमें आन – आन प्रदेशमे पलायन करबाक लेल विवश छथि। आब मानल जा रहल अछि कि, बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023, बिहारमे विकासक गतिके तीव्रता प्रदान करबाक लेल अत्यधिक सहायक सिद्ध होयत। कहल जा रहल अछि कि, शीघ्रहि रोजगारक आओर बेसी अवसर उपलध कराओल जाएत। इन्वेस्टर्स समिटके पहिल दिन हजारो करोड़क निवेशके लेल समझौता प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कएल गेल। कार्यक्रममे देशक अतिरिक्त अमेरिका, हंगरी, यूएई आ आनो देशक उद्यमी मौजूद छलथि। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, बिहार बिजनेस कनेक्ट-2023 के दुदिवसीय आयोजनमे बहुतो क्षेत्रमें निवेशक प्रस्ताव प्राप्त भेल, जाहिमे टेक्सटाइल, लेदर, खाद्य प्रसंस्करण, आइटी एंड आइटीज, जनरल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टरक अनेको कंपनीक संग एमओयू पर हस्ताक्षर कएल गेल। उद्योग मंत्री समीर महासेठ, उद्यमी लोकनिकेँ सम्बोधित करैत कहलनि कि, बिहारसँ जुड़ि क’ देखु, ई देशभरिमे बेहतर अछि। इन्वेस्टर्स सम्मिटमे उद्योग विभाग द्वारा भिन्न – भिन्न सेक्टरमे बिहारमे उद्योगके लेल, कोन – कोन माध्यमे सहायता देल जा रहल अछि, एहि संबंधमे विस्तारसँ जानकारी देल गेल। प्रदेशमे हर तरहक व्यवस्था उपलब्ध छैक, मुदा तैयो बिहारक गणना पिछड़ल प्रदेशमे कएल जाइत अछि, बिहारके बीमारू राज्य सेहो कहल जाइत अछि। जौं उद्योगके क्षेत्रमे निवेश कएल जाए त’ निश्चित रूपसँ बिहार अग्रणी राज्य बनि सकैत अछि। सरकार कहि रहल अछि कि, प्रदेशमे उद्योगके लेल अनुकूल वातावरण अछि, आ उद्यमी लोकनिकेँ आरंभसँ ल’ क’ उत्पादन शुरू होबय धरि हर प्रकारक सहायता करत। ओना त’ प्रदेश, पहिनहिसँ नौकरी – चाकरी लेल प्रसिद्ध अछि आ एखन त’ ई विशुद्ध अघोषित मजदुर जोन बनल अछि। पलायन केर त्रासदीसँ त्रस्त एहि ठामक युवा वर्ग, नीक नौकरी चाकरी लेल आन – आन शहर पर निर्भर छथि। बदलाव त’ भ’ रहलैक मुदा एकदम सुस्त गतिसँ, एखनहु मैथिल बच्चा, युवा लोकनि निक शिक्षण संस्थानक अभावमे नीक आ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा लेल कोटा, पुणे, बेंगलोर आ दिल्ली पर निर्भर छथि। शिक्षण उपरांत बात उठैत अछि रोजी रोजगारक, त’ ताहू लेल लोक दिल्लीये बम्बई पर आश लगौने रहैत छथि। मिथिला संगहि सम्पूर्ण बिहारमे सरकारी नौकरीक एकटा पैघ महत्व, युवा वर्गमें व्याप्त छैक। हर छात्र के एक्कहिटा सेहन्ता कही आ कि लक्ष्य….. सरकारी नौकरी। आजुक माहौलमें असुरक्षितताक भय, हर क्षेत्रमें व्याप्त छैक तैं, एखुनका युवा वर्ग सरकारी नौकरी लेल कठिन परिश्रम करैत अछि, बहुतो अप्पन लक्ष्य प्राप्त करैत आगू बढ़ैत छथि आ जे युवा असफल रहैत छथि, ओ गैर सरकारी आ निजी संसथानमे अप्पन भविष्य देखैत, दिल्ली बम्बई दिस पलायन करैत छथि। पढ़ल लिखल शिक्षित लोक जौं गाममे रहत त’ करत की ? खाली दिमाग शैतानक वास ……अनेको मैथिल युवा नौकरी रोजगारक कोनो अवसर नहि भेटला पर अनर्गल मार्ग पर चलबाक लेल विवश भेलाह। परिणामस्वरूप जगत जननी सीताक धरती पर हत्या, लूट, डकैती, चोरी, बलात्कार दंगा फसाद शुरू भेल। दुनिया भरि में सभसँ शांतिप्रिय लोक मैथिल आ शांत क्षेत्र मिथिला, धीरे धीरे अशांत भ गेल। विगत किछु वर्षमे बिहारमे विकास कार्य जोर पकड़लक, सड़क निर्माण कार्यमे तेजी आयल बहुत हद धरि मिथिला क्षेत्रमे सेहो विकासक कार्य प्रारम्भ भेल सड़क बिजली शिक्षाके क्षेत्रमे नीक काज भेल, मुदा ई काफी नहि छैक। आब एहि इन्वेस्टर्स सम्मिटसँ किछु आश जागल अछि, मुदा एखन त’ बात कागज पर अछि, धरातल पर जौं कार्य होय, मात्र तखनहि विश्वास कएल जा सकैत अछि। कहल जा रहल अछि कि, देश – विदेशक लगभग 300 कंपनीक संग लगभग 50 हजार करोड़ रुपैयाक निवेशके करार पर हस्ताक्षर कएल गेल अछि, जाहिमे अकेला अडानी समूह द्वारा प्रदेशमे 8700 करोड़ रुपैया निवेश करबाक बात कहल गेल अछि। प्रदेशमे, 7 हजार तीन सौ 86 करोड़सँ बेसी के निवेश, मात्र भारतीय पेट्रोलियम कारपोरेशन द्वारा कएल जाएत। नामी – गिरामी औद्योगिक समूहमे अल्ट्राटेक सीमेंट लि. स्टार सीमेंट, भारत ऊर्जा, मेडिकल वर्ल्ड प्रा.लि., भारत प्लस एथनाल प्रा. लि., शिव इंडस्ट्री, भारती एयरटेल, आरकेडी स्पोर्टस इंडिया प्रा. लि., नुपूर वेंचर्स, आ सर्वेश इंटरप्राइजेज प्रमुख अछि। प्राप्त जानकारीके अनुसार, सावी लेदर्स द्वारा मधुबनीक पंडौलमे टेक्सटाइल आ लेदरक उत्पाद बनाओल जाएत। प्रदेशमे दुदिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023 केर आयोजन सौहार्दपूर्ण वातावरणमे संपन्न भेल, एहि बिजनेस कनेक्टमे देशभरिसँ 600 उद्यमी आ 16 देशक प्रतिनिधि सेहो सम्मिलित भेलाह। एहि आयोजनके ल’ राजनीतिक बयानबाजी सेहो भेल, रंग – बिरंगक प्रतिक्रिया सोझा आयल। सरकारी स्तरसँ कहल गेल कि, एहि तरहक कार्यक्रम निश्चित रूपसँ प्रदेश लेल लाभदायक अछि, पहिनेक अपेक्षाकृत आब प्रदेशमे यातायातक साधन बेहतर भेल अछि, सड़क आ बिजलीक क्षेत्रमे बहुत परिवर्तन भेल अछि, त’ निश्चित रूपसँ उद्योगपतिक मध्य नीक सन्देश गेल अछि। सरकार पूर्ण रूपेण तैयार अछि आ प्रदेशक विकास लेल हरसंभव प्रयास क’ रहल अछि। प्रदेशमे उद्योगके लेल उचित वातावरणक निर्माण होय, इएह मात्र निवेशकके आकर्षित करत। सरकारमें शामिल प्रमुख दल राजद द्वारा सेहो सकारात्मक गप्प सोझा आबि रहल अछि। पार्टी द्वारा कहल गेल कि, बिहार इन्वेस्टर मीट, बिहार सरकार द्वारा आयोजित कएल गेल छल, पार्टीके भरोस छैक कि, प्रदेशक विकासमे उद्योगपति घराना निश्चित रूपसँ सहयोग करत। एहि प्रयासक सार्थक परिणाम सेहो निकट भविष्यमे दृष्टिगत होयत। कांग्रेस पार्टीक नेता सेहो, सरकारक सुर में सुर मिलबैत देखल जा रहल छथि, पार्टी नेता प्रेमचंद्र मिश्र बयान जारी करैत कहलनि कि, नीक कार्यक्रम अछि, निवेशक प्रदेशमे निवेश करत, ई प्रदेशके लेल एकटा नीक प्रयास अछि। राज्य सरकार आ मुख्यमंत्रीकेँ धन्यवाद दैत मिश्र कहलनि कि, बिहारमे निवेशकके पहुँचब आ एहि ठाम निवेश करब, निश्चित तौर पर कांग्रेसक नजैरमें ई एकटा उचित डेग अछि। एमहर बिहार विधानसभाके नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा अप्पन वक्तव्यमे कहलनि कि, बिहारके भीतर सम्पूर्ण देशसँ नीक वातावरण, कुशल श्रमिक, वॉटर रिसोर्स, लैंड रिसोर्स, प्रत्येक चीज अछि, मुदा हालमे प्रदेशक वातावरण बिगड़ल अछि। स्वतंत्रताक पश्चात् सभसँ बेसी निवेश बिहारमें भेल, मुदा लालू यादवक राजमे प्रदेशमे जंगल राज कायम भेल आ प्रदेशसँ निवेशकक पलायन शुरू भेल। पुनः एनडीए राजमे लोकक भरोस जागल आ निवेशक पुनः बिहारमें निवेश करबाक प्रति आकर्षित भेलाह। प्रदेशमे संपन्न भेल इन्वेस्टर सम्मिट कतेक हद धरि सफल भेल ई त’ बादमे ज्ञात होयत, किएक त’ एखन सभ किछु मात्र कागजे पर अछि। देशक विभिन्न स्थान पर एहि तरहक आयोजन होइत रहल अछि। उत्तरप्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान संगहि आनो आन प्रदेश सरकार द्वारा एहि तरहक इन्वेस्टर मीट कराओल जाइत रहल अछि। हर बैसारमे पूर्वक तमाम कीर्तिमान ध्वस्त होइत रहल अछि। धरातल पर कतेक कार्य भेल आ निवेश भेल, से के देखत ? मुदा कागज पर लाख – लाख करोड़क एमओयू साइन कएल जाइत अछि। बिहारक ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट पर भाजपा नेता भीम सिंह अप्पन बयानमे कहलनि कि, बिहारक इन्वेस्टर सम्मिट पूर्ण रूपेण विफल सिद्ध भेल अछि, किएक त’ यूपीमे जहन इन्वेस्टर्स सम्मिट भेल त’ 44 लाख करोड़क करार भेल, त’ बिहार सनक पैघ प्रदेशमे निवेशक द्वारा नितीश सरकारक संग मात्र 50 हजार करोड़क एमओयू पर हस्ताक्षर कएल गेल। एहि कार्यक्रमके ल’ क’ राजनीतिक बयानबाजी सेहो शुरू अछि, सरकार अप्पन पीठ ठोकि रहल अछि त’ विपक्ष द्वारा एकरा विफल सिद्ध करबाक प्रयास शुरू अछि। प्रदेशमें महागठबंधन सरकार, गठनके बादहिसँ अपन वचनपूर्ति दिस अग्रसर होइत देखल गेल। एहि क्रममे सरकार, एहि वर्षक अंत धरि, 3 सँ 4 लाख पद पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करबाक लक्ष्य निर्धारित कएने छल। प्रदेशक अनेको सरकारी विभागमें बहुत रिक्त पद छैक, मुदा सरकारी इच्छाशक्तिक आभावमें भर्ती नहि कएल गेल। प्रदेशक उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव त’ दस लाख नौकरीक बात पहिनहि गछने छलाह, मुदा सीएम नितीश, दू डेग आगू बढ़ैत बीस लाख नौकरीक बात कहलनि। आब प्रदेशक बेरोजगार युवावर्ग, सरकार दिस टकटक्की लगौने अछि। सरकारी संगठनमें कार्य कएलासँ लोकक प्रतिष्ठा उन्नत होइत छैक, तैं प्रदेशक युवावर्ग पहिने सरकारी विभागमे नौकरीक प्रयास करैत अछि। सरकारी नौकरीमे, उच्च वेतन स्लैब, कार्यमें लचीलापन, नौकरीक सुरक्षा आ सेवानिवृत्तिके उपरांत भेटएवला सुविधा इत्यादि युवावर्गकेँ सबसँ बेसी आकर्षित करैत अछि। एहनो गप्प नहि छैक कि, प्रदेशक युवावर्गकेँ सरकारी नौकरी नहि देल जा सकैत अछि, जौं सरकार तत्पर भ’ एहि दिस उचित डेग बढबय त’ लाखो बेरोजगार युवककें लेल सरकारी विभागमे भर्ती प्रक्रिया शुरू कएल जा सकैत अछि। प्रदेशमें, अनेको प्रमुख विभाग छैक, जतय रिक्त पदके भरबाक लेल सरकार अधिसूचना जारी क’ सकैत अछि। प्रदेशमे सरकारी नौकरीक लेल अनेको एहेन विभाग अछि, जतय बेरोजगार युवावर्गकेँ नौकरी देल जा सकैत अछि, जाहिमे प्रमुख विभाग अछि, बिहार पुलिस भर्ती, बिहार लोक सेवा आयोग, बिहार तकनीकी सेवा आयोग, बिहार राजस्व विभाग, बिहार वन विभाग, बिहार शिक्षा विभाग, बिहार विद्युत विभाग, शहरी विकास आ आवास विभाग, बिहार श्रम विभाग, बिहार लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, बिहार पंचायती राज विभाग, बिहार स्वास्थ्य विभाग इत्यादि अछि। प्रदेशमें नीतीश कुमारके नेतृत्वमें महगाहबंधन सरकार, आब भरिसक नौकरीक अप्पन वचनपूर्तिमें लागि गेल अछि, कहल जा रहल अछि कि, प्रदेशमे लाखोक संख्यामें सरकारी नौकरीक भर्ती प्रक्रिया शुरू कएल जाएत। जनता संगहि तमाम विपक्षक नजैर आब सरकार पर अछि कि, सरकार एहि दिशामें की निर्णय करैत अछि। मुदा सरकारक क्रिया – कलापसँ ई बुझा रहल अछि कि, एहि बेर सरकार अपन वचनके प्रति गंभीर अछि। कियैक त’ नियुक्ति आ भर्तीक लेल सामान्य प्रशासन विभाग आ गृह विभाग द्वारा सबंधित विभाग आ जिलासँ रिक्त पदक समुचित ब्यौरा मँगाओल जा चुकल अछि। आ एहि पर तीव्र गतिसँ कार्य सेहो भ’ रहल अछि। आब गैर सरकारी विभागके लेल इन्वेस्टर्स सम्मिट सनक कार्क्रमक आयोजन आ एहि तरहक गतिविधिसँ प्रतीत भ’ रहल अछि कि, एहि बेर तेजस्वी यादव स्वयं आ तमाम सरकारी विभाग एहि भर्तीके ल’ क’ गंभीर अछि। सरकार द्वारा पछिलो वर्ष रोजगार मेलाके अंतर्गत हजारो बेरोजगार युवाके नौकरी देल गेल, किछुए समय पूर्व शिक्षक सभक भर्ती सेहो भेल अछि। मुदा हर युवककेँ सरकारी नौकरी त’ नहि देल जा सकैत छैक, ई गप्प सभकेँ बुझय पड़तैक। त’ प्रदेशक युवावर्ग, स्वरोजगार दिस सेहो अप्पन भविष्य देखैथ, ताहि हेतु सरकार संगहि सक्षम लोक आगू आबि, युवा वर्गकेँ प्रोत्साहित करैथ त’ स्थितिमे सुधर आनल जा सकैत अछि। प्रदेशमे एहेन युवा नीति बनए, जाहिमे युवा वर्गक विशेष आ सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित होय, आ हुनका सभकेँ शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वरोजगार, कौशल एवं सामाजिक मूल्यसँ जोड़ल जा सकए। युवा नीतिक प्रारूपके लेल प्रदेशक हर क्षेत्रमे पहुँचि क’ स्थानीय युवा वर्गक सुझाव एवं सहयोगक लेल कार्यशाला आयोजित कएल जाए। जाहिसँ प्रदेशक युवा वर्गकेँ केंद्रित क’ योजना बनाओल जा सकए, जे युवा वर्गक सर्वांगीण विकासमें सहायक होयत। युवा वर्गकेँ चाही कि, नौकरी संगहि स्वरोजगारमें सेहो अप्पन भविष्य देखैथ, युवा वर्ग चाहए त’ अप्पन शक्तिक उपयोग करैत निश्चित रूपसँ देश एवं प्रदेशक निर्माणमे अप्पन भागीदारी सुनिश्चित क’ सकैत छथि। एखन रोजगार मेलाक चलन जोड़ पर अछि, प्रदेश सरकार होय अथवा केंद्र सरकार, धराधर नियुक्ति पत्र बाँटल जा रहल अछि, स्वयंसेवी संगठन सभ सेहो रोजगार मेलाक आयोजन खूब क’ रहल छथि, निक गप्प अछि, मुदा रोजगार मेलाक संग जौं किछु स्वरोजगार मेला सेहो लगाओल जाइत त’ क्षेत्र संगहि प्रदेशक विकास लेल अत्यधिक कारगर होइत।
…. धर्मेन्द्र कुमार झा (प्रबंध संपादक)