बर्कशायर हैथवेक अध्यक्ष आ सीईओ वाॅरेन बफेट भारतमे निवेशक सम्भावनाकेँ लऽ कऽ बहुत उत्साहित छथि। ओ एहि पर पुनर्विचार करय चाहैत छथि किएक तँ भारत आब ५ ट्रिलियन डॉलरक अर्थव्यवस्था आ दुनियाक तेसर सबसँ पैघ अर्थव्यवस्था बनबाक बाटपर अछि।
पछिला दस बरखमे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीक दूरदर्शी नेतृत्वमे देश सभ आर्थिक मापदंडमे नीक प्रगति कयलक अछि। भारत आब लगभग ३.७ ट्रिलियन डॉलर (अनुमानित वित्त वर्ष २०२३-२४) जीडीपीक सङ्ग आर्थिक रूपसँ पाँचम सबसँ पैघ देश अछि।
एक दशक पहिने भारत १.९ ट्रिलियन डॉलर (वर्तमान बाजार मूल्य) जीडीपीक संग १०म सबसँ पैघ अर्थव्यवस्था छल।
वित्त मंत्रालयक अनुसार, “एहि १० सालक यात्रामे बहुत रास सुधार भेल अछि जे देशकेँ आर्थिक रूपसँ आगू बढ़ौलक अछि।”
वॉरेन बफेट रविदिन अपन कम्पनीक वार्षिक बैसारमे कहलनि, “भारतमे नव संभावनाक अन्वेषण करू। एतय एहन क्षेत्र भऽ सकैत अछि जकर अन्वेषण नहिं कयल गेल होय अथवा एतय मौजूद अवसरपर ध्यान नहिं देल गेल होय।”
ओ कहलनि, “हमरा विश्वास अछि जे भारतमे बहुत अवसर अछि। सवाल ई अछि जे की हमरा लग ओकर बारेमे जानकारी अछि जाहिमे हम भाग लेबय चाहब।”
बफेट देशमे सम्भावित प्रवेशक तलाश कऽ रहल छथि। भारतक सकल घरेलू उत्पाद विकास एकटा नव शिखर पर पहुँचबाक लेल तैयार अछि। विनिर्माण आ ऑटोमोबाइल सन क्षेत्रमे फेरसँ सुधार देखय लागल अछि आ जीएसटी संग्रह नव ऊँचाइ प्राप्त कऽ रहल अछि।
आरबीआईक नवीनतम आंकड़ाक अनुसार, भारतक सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि महामारीसँ पहिने २०२० केर दौरान दर्ज ७ प्रतिशतसँ ऊपर बढ़बाक संकेत देल गेल अछि।
आईएमएफक नवीनतम आंकड़ाक अनुसार, २००४ मे भारतक प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद ६३५ डॉलर छल। २०२४ मे देशक प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद बढ़ि कऽ २,८५० डॉलर भऽ गेल अछि, जे ओकर समकक्ष देशसभक लेल ६,७७० डॉलरक ४२ प्रतिशत अछि।
एहि मासक आरम्भमे जारी एचएसबीसी सर्वेक्षणक अनुसार, मजबूत माँगक कारणेँ अप्रैलमे भारतक विनिर्माण क्षेत्रमे तेज गतिसँ वृद्धि भेल।
एकर अतिरिक्त, वैश्विक चुनौतिसभक बावजूद, देश दस लाखसँ बेसी स्टार्टअप आ १०० सँ बेसी यूनिकॉर्नक सङ्ग विश्व स्तरपर तेसर सबसँ पैघ तकनीकी स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र बनि गेल अछि।