सिवनी पहुँचल राहुल गाँधी सभाकेँ सम्बोधित करैत कहलनि जे अहाँ सभ हमर बात सुनबा लेल दूर-दूरसँ एतय आयल छी। एतय बहुत आदिवासी लोक छथि, कांग्रेस पार्टी अहाँकेँ आदिवासी कहैत अछि, दोसर दिस भाजपा, पीएम मोदी आ अमित शाह अहाँकेँ वनवासी कहैत छथि। राहुल कहलनि जे एहि शब्दक पाछाँ दूटा अलग-अलग विचारधारा अछि। आदिवासी शब्दक अर्थ अछि ओ लोक जे एहि देशक एहि भूमिक पहिल मालिक छलाह।
तऽ जमीन, जल, जंगल, देशक धन पर अहाँक अधिकार अछि। संगहि वनवासीक अर्थ जंगलमे रहनिहार लोक होइत अछि, वनवासी शब्दक पाछाँ एकटा विचारधारा अछि। सबसँ पहिने अहाँक जे इतिहास अछि, अहाँक भाषा अछि, अहाँक जीवय केर जे तरीका अछि, तकरा ई शब्द मिटाबय केर प्रयास करैत अछि। दोसर दिस जखन हम अहाँकेँ वनवासी कहैत छी तखन ओकर भीतर ई छिपल रहैत अछि जे वनवासीकेँ नहिं जमीन पर अधिकार भेटय आ ने जल आ जंगल पर। किएक कि वनवासीक अर्थ अछि जे अहाँ जंगलमे रहैत छी, अहाँकेँ जंगलमे अधिकार कोना भेटत ?