राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)क सबसँ महत्वपूर्ण आयोजनमेसँ एक, विजयादशमी महोत्सवक लेल संघ द्वारा मुख्य अतिथिक तिथि आ नामक औपचारिक घोषणा कयल गेल अछि। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) केर पूर्व अध्यक्ष पद्म भूषण डॉ. के राधाकृष्णनकेँ मुख्य अतिथिक रूपमे आमंत्रित कयलक अछि।
ई जानकारी आरएसएस द्वारा सोमदिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मक माध्यमसँ देल गेल। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवतक सेहो मुख्य अतिथि डॉ. के राधाकृष्णनक संग सम्बोधन होएत।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्ससँ विजयादशमी महोत्सवक जानकारी दैत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लिखलक, “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित श्री विजयादशमी उत्सव १२ अक्टूबर, २०२४ केँ भोर ७.४० बजे नागपुरक रेशिमबागमे होयत। महोत्सवक मुख्य अतिथि पद्मभूषण डॉ. के. राधाकृष्णन, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठनक पूर्व अध्यक्ष आ सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत मुख्य भाषण देताह।”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रत्येक वर्ष विजयादशमीक अवसर पर एहि महोत्सवक आयोजन करैत अछि। संघक ई वार्षिक विजयादशमी पाबनि हिन्दू समाजमे पौरुष, वीरता आ जागृतिक पवित्र पाबनिक रूपमे मनाओल जाइत अछि।
संघक ई वार्षिक विजयादशमी पर्व सरसंघचालकक संबोधन (भाषण)क दृष्टिसँ बहुत महत्वपूर्ण मानल जाइत अछि। संघ स्वयंसेवकक अतिरिक्त, भारतमे सत्तारूढ़ दल आ विपक्षक सभ दलक नजरि एहि पावनिक दौरान संघ प्रमुखक बाजय पर रहैत अछि जे हिन्दू समाज, मुस्लिम आ अन्य अल्पसंख्यक समाज, सरकारक कार्यप्रणाली आ देशमे चलि रहल ज्वलंत मुद्दा पर की सभ बाजैत छथि, किएक तँ एहि दिन संघ प्रमुख द्वारा देल गेल भाषण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघक आधिकारिक स्टैंड आ भविष्यक एजेंडा मानल जाइत अछि।
सङ्घक ई परम्परा सेहो रहल अछि जे वार्षिक विजयादशमी महोत्सव कार्यक्रममे समाज आ देशक प्रतिष्ठित व्यक्तित्वसभकेँ आमंत्रित कऽ हुनकर विचार सुनल जाइत अछि।